Ladli Bahna Yojana Updates : मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले महिला मतदाताओं पर बड़ा दांव लगाने का फैसला प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया है. जी हां...शिवराज सिंह चौहान नीत भाजपा सरकार ने रविवार से यानी आज 'लाड़ली बहना योजना' शुरू करने वाली है जिसके तहत प्रदेश की पात्र महिलाओं को 1,000 रुपये की मासिक सहायता दी जाएगी. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की कम से कम एक लाख महिलाओं के भोपाल के जंबूरी मैदान में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना है. इस कार्यक्रम का आरंभ मुख्यमंत्री चौहान के 65 वें जन्म दिन के साथ होगा.
किन दस्तावेज की होगी जरूरत ( Ladli Behna Yojana Documents)
-आवेदक का आधार कार्ड
-आवेदक की फोटो
-बैंक खाते की डीटेल्स
-मोबाइल नंबर
-मूल निवास प्रमाण पत्र
-जन्म प्रमाण पत्र
महिला वोट पर नजर
राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो इस योजना के माध्यम से भाजपा सरकार प्रदेश में यह संदेश देना चाहती है कि वह अपनी महिला नागरिकों के साथ मजबूती से खड़ी है. यहां चर्चा कर दें कि 2018 के विधानसभा चुनावों में भगवा पार्टी को कांग्रेस के हाथों मामूली अंतर से हार मिली थी1 इसलिए इस बार वह महिला मतदाताओं को अच्छी स्थिति में रखकर चुनाव जीतना चाहती है1 पिछले चुनाव में कांग्रेस 15 साल के अंतराल के बाद सत्ता में आयी थी, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 22 विधायकों ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया जिससे कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार गिर गयी.
कब से मिलेगी योजना की राशी
प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा में एक मार्च को विधानसभा में राज्य का बजट 2023-24 पेश करते हुए कहा था, ‘‘सरकार ने ‘मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना’ के लिए 8,000 करोड़ रुपये तय किये हैं जिसके तहत महिलाओं को कुछ शर्तों के तहत 1,000 रुपये प्रति माह वित्तीय सहायता दी जाएगी.’’ अधिकारियों ने कहा कि सरकार पांच मार्च से महिला लाभार्थियों से आवेदन स्वीकार करना शुरू करेगी. मार्च-अप्रैल में आवेदन स्वीकार करने का काम पूरा हो जाएगा और 10 जून तक लाभार्थियों को आर्थिक सहायता मिलनी शुरू हो जाएगी. अधिकारियों ने कहा कि जिन महिलाओं की पारिवारिक आय 2.5 लाख रुपये प्रति वर्ष से कम है, उन्हें लाडली बहना योजना से लाभ दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में 2,60,23,733 महिला मतदाता हैं.
महिला मतदाताओं की संख्या यहां ज्यादा
मध्य प्रदेश की कुल 230 विधानसभा सीटों में से 18 निर्वाचन क्षेत्रों में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से अधिक है, जिनमें आदिवासी बहुल बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, अलीराजपुर और झाबुआ जिले शामिल हैं. अनुमान के मुताबिक 13.39 लाख नए मतदाताओं में 7.07 लाख महिलाएं हैं.
भाषा इनपुट के साथ