नवी मुंबई नगर निगम ने शहरी क्षेत्र के विस्तृत सर्वेक्षण के बाद अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाली 524 इमारतों को खतरनाक घोषित किया है. नगर निकाय ने आज इस बात की जानकारी दी. नवी मुंबई नगर निगम के आयुक्त राजेश नार्वेकर की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इन भवनों में से 61 C-1 केटेगरी सबसे खतरनाक, रहने के लिए अनुपयुक्त तथा तत्काल गिराए जाने की आवश्यकता में आते हैं. वहीं 114 C-2A केटेगरी खाली करने तथा संरचनात्मक मरम्मत की आवश्यकता होती है, 300 C-2B बिना खाली कराए मरम्मत की जरूरत होती है और 49 C-3 केटेगरी मामूली मरम्मत की जरूरत में आते हैं.
इमारतों को तत्काल जाएगा गिराया
नगर निकाय के अनुसार, C-1 केटेगरी में आने वाले भवनों की बिजली और पानी की आपूर्ति तुरंत काट दी जाएगी. इन इमारतों को तत्काल गिराया जाएगा. विज्ञप्ति के अनुसार, खतरनाक इमारतों के मालिकों और इनमें रहने वालों को परिसर खाली करने के लिए कहा गया है ताकि किसी भी दुर्घटना तथा जनहानि को टाला जा सके. C-1 के अलावा अन्य श्रेणियों के भवनों को मरम्मत की जरूरत है जिसके बाद नगर निकाय उन्हें रहने के लिए उपयुक्त होने का प्रमाणपत्र देगा और फिर लोग उसमें दोबारा रहने आ पाएंगे.
दी जाती है यह सलाह
यह सलाह दी जाती है कि ऐसे घोषित खतरनाक भवनों के मालिकों या रहने वालों को उक्त इमारतों/संरचना के रेजिडेंशियल/कमर्शियल इस्तेमाल को तुरंत बंद कर देना चाहिए और इमारत के ढहने की संभावना को देखते हुए जीवन और पैसों की हानि को देखते हुए बिना देरी किये उक्त भवन/संरचना को ध्वस्त कर देना चाहिए। .यह स्पष्ट रूप से इंडीकेट किया जाता है कि यदि इस तरह की कार्रवाई नहीं की जाती है, तो उक्त इमारत/संरचना के गिरने की स्थिति में होने वाले नुकसान के लिए संबंधित पूरी तरह से जिम्मेदार होगा, इसके लिए नवी मुंबई नगर निगम जिम्मेदार नहीं होगा. (भाषा इनपुट के साथ)