मुंबई: महाराष्ट्र में टीपू सुल्तान के नाम पर विवाद छिड़ गया है. महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार के एक फैसले का विरोध करने पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को मुंबई पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. बजरंग दल के कार्यकर्ता मुंबई स्थित स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का नाम बदलकर टीपू सुल्तान के नाम पर किये जाने का बुधवार को विरोध कर रहे थे.
असलम शेख ने भाजपा पर बोला हमला
मुंबई पुलिस वहां पहुंची और विरोध प्रदर्शन कर रहे बजरंग दल के कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. महाराष्ट्र के मंत्री असलम शेख ने इसके लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जिम्मेदार ठहराया है. असलम शेख ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी देश को बदनाम करने की साजिश कर रही है.
विकास बाधित करना चाहती है भाजपा
मंत्री असलम शेख ने कहा है कि भाजपा के ये लोग देश का विकास बाधित करना चाहते हैं. इसलिए बेवजह एक परियोजना का नाम बदलने की वजह से विवाद खड़ा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछले 70 सालों से टीपू सुल्तान के नाम पर कोई विवाद नहीं था. लेकिन, आज भाजपा ने अपने गुंडों को वहां भेजकर देश को बदनाम करने की कोशिश की है.
जगह का नाम बदलने के विवाद में नहीं पड़ना- असलम शेख
असलम शेख ने कहा कि इन लोगों ने एक जगह का नाम बदलने के विवाद में पड़ने की हमें जरूरत नहीं. लेकिन, भारतीय जनता पार्टी के लोग बेवजह का विवाद खड़ा कर रहे हैं. एक परियोजना का नाम बदलने का विरोध करने के नाम पर हंगामा खड़ा कर रहे हैं. यह उचित नहीं है.
नाम पर विवाद क्यों खड़ा कर रही भाजपा
मुंबई गार्जियन मिनिस्टर असलम शेख ने कहा है कि टीपू सुल्तान एकमात्र योद्धा थे, जिन्होंने आजादी के पहले ब्रिटिश हुकूमत के साथ जंग लड़ी. आज एक परियोजना का उद्घाटन होना है. भाजपा महाराष्ट्र के लोगों के विकास की बजाय परियोजना के नाम पर क्यों बात कर रही है.
देवेंद्र फडणवीस भी विवाद में कूदे
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि हिंदुओं का कत्ल-ए-आम करने वाला टीपू सुल्तान कभी भी भारत का गौरव नहीं हो सकता. फडणवीस ने कहा कि मुंबई महानगरपालिका जिस तरह से एक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का नामकर टीपू सुल्तान के नाम पर रखकर अपना पीठ थपथपा रही है, उसे रोका जाना चाहिए.
क्या है विवाद
कांग्रेस नेता एवं महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री असलम शेख ने मलाड में एक मैदान का नाम टीपू सुल्तान के नाम पर रखा. इसका विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और भाजपा ने विरोध शुरू कर दिया. इसके साथ ही यह मामला विवादित हो गया. बुधवार को गणतंत्र दिवस पर इसके उद्घाटन से पहले बजरंग दल के समर्थक विरोध करने पहुंच गये.
Posted By: Mithilesh Jha