आदिवासी विरोधी है राज्य सरकार

अखिल क्रांतिकारी आदिवासी महासभा का दूसरा महासम्मेलन सरकारी नीतियों से दूसरे राज्यों में पलायन करने को विवश हैं लोग चाईबासा : सरकार आदिवासियों की जमीन लूट कर बाहरी को बसा रही है. यहां के आदिवासियों को विस्थापित किया जा रहा है. सरकार आदिवासियों का विकास नहीं चाहती है. उक्त बातें अखिल क्रांतिकारी आदिवासी महासभा के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 21, 2016 7:13 AM

अखिल क्रांतिकारी आदिवासी महासभा का दूसरा महासम्मेलन

सरकारी नीतियों से दूसरे राज्यों में पलायन करने को विवश हैं लोग

चाईबासा : सरकार आदिवासियों की जमीन लूट कर बाहरी को बसा रही है. यहां के आदिवासियों को विस्थापित किया जा रहा है. सरकार आदिवासियों का विकास नहीं चाहती है. उक्त बातें अखिल क्रांतिकारी आदिवासी महासभा के महासम्मेलन में बिरसा सेवा दल के अध्यक्ष मंजूल दादल ने कहीं. हरीगुटू हो महासभा के केंद्रीय कार्यालय में महासम्मेलन हुआ.
उन्होंने आगे कहा कि सरकारी नीतियों के कारण आदिवासी दूसरे राज्यों में मजूदरी को विवश हैं. सरकार जबरन जमीन कब्जे में लेकर खदान खोल रही है.
मौके पर महासभा के अध्यक्ष जोन मिरन मुंडा ने कहा कि हमें हमारा अधिकार मिलने तक लड़ाई जारी रखनी होगी. चाहे इसके लिए हमें कुरबानी क्यों ने देना पड़े.
भाजपा सरकार आदिवासी को उखाड़ फेंकना चाहती है. सरकार हमपर जितना जुल्म करेगी, समुदाय उतना ही मजबूत होगा. इस दौरान राज्य के विभिन्न जगहों से आये वक्ताओं ने अपने विचार रखे. इसमें मुख्य रूप से मानसिंह तिरिया, मीरा कच्छप, गीता रजवार, सोमनाथ वेदिया, सनिया उरांव व जोन मिरन मुंडा शामिल हुए.
शहर में निकली अधिकार रैली
अखिल क्रांतिकारी आदिवासी महासभा की ओर से शहर में रैली निकाली गयी. स्टेशन से बाजार होते हुए तारा मंदिर, टुंगरी होकर हरिगुटू पहुंचे. रैली में शामिल लोग अपना अधिकार की मांग पर नारे लगा रहे थे. रैली का नेतृत्व महासभा के अध्यक्ष जोन मिरन मुंडा कर रहे थे.

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