केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने योजना को दी मंजूरी, झारखंड में बनेगी एक सोलर सिटी

झारखंड में एक सोलर िसटी बनेगी. यानी एक ऐसा शहर, जहां के हर घर में सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादित होगी. सभी घरों की छतों पर रूफ टॉप सोलर पावर प्लांट होगा. केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने झारखंड में एक शहर को सोलर सिटी बनाने की मंजूरी दे दी है.

By Prabhat Khabar Print Desk | July 7, 2020 3:42 AM

सुनील चौधरी, रांची : झारखंड में एक सोलर िसटी बनेगी. यानी एक ऐसा शहर, जहां के हर घर में सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादित होगी. सभी घरों की छतों पर रूफ टॉप सोलर पावर प्लांट होगा. केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने झारखंड में एक शहर को सोलर सिटी बनाने की मंजूरी दे दी है. वहीं, देशभर की प्रत्येक वितरण कंपनी को अधीनस्थ इलाके में एक सोलर सिटी बनाने की मंजूरी दे दी गयी है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड बिजली वितरण निगम और जेरेडा को एक सोलर सिटी विकसित करने का निर्देश दिया है. इसके लिए ऐसे शहर को चिह्नित करने का निर्देश दिया गया हैै, जहां सूरज की रोशनी साल के सबसे अधिक दिनों तक रहती है.

जेरेडा ने इसके लिए सर्वे शुरू कर दिया है. जेरेडा के निदेशक केके वर्मा ने बताया कि सोलर सिटी योजना के तहत एक शहर के सभी घरों में सोलर रूफ टॉप पावर प्लांट लगाया जाना है. घरों की छतों पर सोलर पैनल की सहायता से एक किलोवाट से लेकर संबंधित घर की कुल जरूरत की क्षमता वाले पावर प्लांट लगाये जायेंगे. पारंपरिक बिजली का कनेक्शन भी रहेगा. घर के मालिक जरूरत के अनुसार बिजली का इस्तेमाल करेंगे. वहीं, बची हुई बिजली वितरण निगम को ग्रिड के माध्यम से बेच देंगे.

पावर प्लांट घर की छतों पर या परती जमीन पर भी लगाये जायेंगे. इसके लिए घर के मालिक या भू-स्वामी को सब्सिडी भी दी जायेगी. अतिरिक्त बिजली लेने के लिए वितरण निगम ग्रिड से कनेक्टिविटी भी देगा. सभी घरों में नेट मीटरिंग होगी. इस मीटर में वितरण निगम से बिजली लेने और सौर ऊर्जा से उत्पादित बिजली देने का हिसाब होगा. अतिरिक्त बिजली की कीमत, विद्युुत नियामक आयोग के द्वारा निर्धारित टैरिफ के अनुसार मकान मालिक को भुगतान की जायेगी.

  • मुख्यमंत्री ने जेबीवीएनल और जेरेडा को एक सोलर सिटी विकसित करने का दिया निर्देश

  • जेरेडा ने शुरू किया उन शहरों का सर्वे, जहां साल में सबसे ज्यादा दिनों तक रहती है सूरज की रोशनी

झारखंड में कई शहर ऐसे हैं, जहां वर्ष में लगभग 300 दिनों तक सूरज की रोशनी उपलब्ध रहती है. इनमें सबसे अधिक दिन जहां सूरज की रोशनी उपलब्ध रहती है, उसी शहर का चयन किया जायेगा. सर्वे चल रहा है.

– केके वर्मा, निदेशक, जेरेडा

Post by : Pritish Sahay

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