झारखंड में एक बार फिर आइइडी विस्फोट हो गया है. एक दंपती इसकी चपेट में आ गया. पति की मौत हो गयी, जबकि पत्नी घायल हो गयी. हालांकि, पत्नी की जान बच गयी है. घटना पश्चिमी सिंहभूम जिले में हुई है. पश्चिमी सिंहभूम के जंगलों में नक्सलियों द्वारा लगाये गये आइइडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) की चपेट में आने से लगातार निर्दोष ग्रामीणों की जान जा रही है.
लुइया जंगल में नक्सलियों ने बिछा रखे हैं प्रेशर बम
बुधवार को भी कोल्हान वन क्षेत्र के टोंटो स्थित लुइया जंगल में आइइडी (प्रेशर बम) की चपेट में आने से कांडे लागुरी (50) नामक ग्रामीण की मौत हो गयी. घटना दोपहर करीब 2 बजे की है. पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने बताया कि लुइया गांव निवासी कांडे अपनी पत्नी विसांगी लागुरी के साथ केंदू पत्ता तोड़ने जंगल गया था.
मौके पर ही हो गयी कंडे की मौत
लौटने के क्रम में कांडे का पांव नक्सलियों द्वारा बिछाये गये आइइडी (बम) पर पड़ गया, जिससे विस्फोट हो गया. मौके पर उसकी मौत हो गयी. पत्नी की जान बच गयी. पत्नी ने गांव में जाकर परिजनों को जानकारी दी. ग्रामीण शव घर ले आये, गांव में मोबाइल नेटवर्क नहीं होने से पुलिस को गुरुवार को सूचना दी गयी.
पुलिस और सीआरपीएफ ने शव को सदर अस्पताल पहुंचाया
सूचना मिलने पर जिला पुलिस और सीआरपीएफ ने ग्रामीणों के सहयोग से शव को सदर अस्पताल ले गये. यहां पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया. एसपी ने ग्रामीण की मौत पर गहरी संवेदना प्रकट की है.
नक्सलियों के खिलाफ जारी रहेगा अभियान : एसपी
पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ कोल्हान में अभियान जारी रहेगा. सुरक्षा बलों को क्षति पहुंचाने के लिए नक्सलियों ने आइइडी प्लांट कर रखा है, जिससे ग्रामीणों की मौत हो रही है. यह कायराना हरकत है. झारखंड पुलिस जनता की सेवा में सदैव तत्पर है. ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए सघन अभियान जारी रहेगा.
अब तक नौ ग्रामीणों की हो चुकी है मौत
नक्सलियों द्वारा जंगल में बिछाये गये आइइडी की चपेट में अब तक 9 ग्रामीणों की मौत हो चुकी है और इतने ही लोग घायल भी हुए हैं. इसके अलावा इसकी चपेट में आने से दर्जनभर से ज्यादा सुरक्षा बल के जवान भी घायल हो चुके हैं.