चाईबासा : राज्य की मानव संसाधन विकास मंत्री नीरा यादव ने कहा है कि गरीबी और अशिक्षा के कारण लोग अपना धर्म बदलते हैं. कहा, ‘भूखे पेट रहनेवाला आखिर क्या करेगा? भोजन के लिए कहीं न कहीं तो जायेगा ही. अशिक्षित कुछ न कुछ तो करेगा ही.’

चाईबासा के माधव सभागार में विद्या विकास समिति की ओर से आयोजित प्रांतीय प्रधानाचार्य बैठक में शुक्रवार को नीरा यादव ने कहा, ‘शिक्षा देने और गरीबी मिटाने का कार्य सरकार कर रही है. गरीबी खत्म होने तथा शिक्षा का प्रवाह हो जाने के बाद लोभ देकर धर्मांतरण पर रोक लग जायेगी.’
मानव संसाधन विकास मंत्री ने घोषणा की कि संस्कार युक्त शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए झारखंड के सभी महापुरुषों की जीवनी तथा बड़े व प्रमुख खिलाड़ियों को पाठ्यक्रम में शामिल किया जायेगा. उन्होंने कहा, ‘महापुरुषों और खिलाड़ियों को पाठ्यक्रम में शामिल करने से बच्चों में देशभक्ति की भावना जागृत होगी.’

तीन दिवसीय बैठक के अंतिम दिन प्रधानाचार्यों को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री ने कई पुरानी घोषणाएं दोहरायीं. उन्होंने कहा कि पांच सितंबर (शिक्षक दिवस) से राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में ड्रेस कोड लागू हो जायेगा. इसमें शिक्षक-शिक्षिकाओं को नाम और स्कूल का नाम लिखा एक बैज भी लगाना होगा. डॉ यादव ने बताया कि इस पहल की विधिवत शुरुआत पांच सितंबर को रांची के खेलगांव में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में की जायेगी.
मनचाहे स्कूलों में शिक्षकों का ऑनलाइन ट्रांसफर :एचआरडी मंत्री ने कहा कि इस बार शिक्षकों को मनचाहे स्कूलों में स्थानांतरित करने के लिए बेहद पारदर्शी प्रक्रिया अपनायी जा रही है. यह ऑनलाइन होगी. उन्होंने बताया कि सभी स्कूलों की सूची, रिक्तियां आदि का उल्लेख ऑनलाइन रहेगा, जिसमें शिक्षकों के सामने कई विकल्प रहेंगे.