बेकसूर ग्रामीणों को रिहा करें नहीं तो करेंगे सामूहिक आत्मदाह

सरायकेला : धातकीडीह मॉब लिंचिंग में मृत तबरेज अंसारी के मामले में न्यायालय में भादवि की धारा 302 के तहत चार्जशीट दायर किये जाने के बाद गांव के लोगों में आक्रोश है. इसे लेकर गांव वालों ने गुरुवार को बैठक कर मामले में पहले धारा 304 के तहत चार्जशीट दायर किये जाने और बाद में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 20, 2019 2:25 AM

सरायकेला : धातकीडीह मॉब लिंचिंग में मृत तबरेज अंसारी के मामले में न्यायालय में भादवि की धारा 302 के तहत चार्जशीट दायर किये जाने के बाद गांव के लोगों में आक्रोश है. इसे लेकर गांव वालों ने गुरुवार को बैठक कर मामले में पहले धारा 304 के तहत चार्जशीट दायर किये जाने और बाद में उसे 302 में परिणत कर देने का एक स्वर से विरोध किया गया. मौके पर महिलाओं ने कहा कि चोरी के आरोप में पकड़ाये तबरेज अंसारी की घटना के पांच दिन बाद जेल में मौत हुई थी.

ऐसे में ग्रामीणों पर धारा 302 लगाया जाना कहीं से भी न्याय संगत नहीं है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार व प्रशासन निर्दोष ग्रामीणों पर से भादवि की धारा 302 हटाकर अविलंब रिहा किये जाने की मांग करते हुए ऐसा नहीं होने पर सभी गिरफ्तार ग्रामीणों के परिवारवाले जिला कार्यालय के बाहर सामूहिक आत्मदाह करेंगे, जिसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी. महिला ममता देवी, शकुंतला देवी, वार्ड सदस्य माया माहली ने कहा कि निर्दोष ग्रामीणों को बेवजह जेल में रखा गया है, जिससे घरों में चूल्हे जलना भी मुश्किल है. उन्होंने कहा कि परिवार चलानेवाले दो माह से जेल में हैं, जिससे उनके घरों में आर्थिक तंगी हो गयी है. बच्चों को पढ़ाना मुश्किल हो रहा है.

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