Jharkhand Mein Rangotsav: झारखंड की राजधानी रांची स्थित रांची विश्वविद्यालय में रंगोत्सव का आयोजन किया गया, जबकि इसी विश्वविद्यालय के अतिथि शिक्षकों की होली इस बार फीकी रहेगी. उन्हें अब तक मानदेय नहीं मिला है. होली के त्योहार को लेकर सभी लोग इसकी तैयारी में जुटे हैं, वहीं रांची विवि के कॉलेजों में 90 से अधिक अतिथि शिक्षक मायूस हैं, क्योंकि तीन महीने से उन्हें मानदेय नहीं मिला है. कई बार विश्वविद्यालय से गुहार लगा चुके हैं. कई शिक्षकों को तो जून 2022 के बाद से ही मानदेय नहीं दिया गया है.
अतिथि शिक्षकों के हाथ हैं खाली
पिछले कई महीने से मानदेय नहीं मिलने से इन अतिथि शिक्षकों के हाथ खाली हैं, जबकि ये प्रतिदिन अपने-अपने कॉलेज में समय से क्लास लेते हैं और परीक्षा संबंधित कार्य भी करते हैं. कॉलेज की ओर से इन शिक्षकों का बिल बनाकर विश्वविद्यालय को भेजा जाता है, तब जाकर इनको मानदेय दिया जाता है. इस संबंध में रांची विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ एमसी मेहता कहना है कि जिस कॉलेज से बिल भेजा गया है, वहां के अतिथि शिक्षकों के मानदेय का समय पर भुगतान किया जा चुका है.
वर्ष 2015 में की गयी थी नियुक्ति
झारखंड सरकार द्वारा वर्ष 2015-16 में विभिन्न विवि में दूसरी पाली के लिए घंटी आधारित अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की गयी थी. इसके बाद 2018 में सरकार द्वारा अनुबंध पर घंटी आधारित शिक्षकों की नियुक्ति की गयी थी. जिसके बाद से इन अतिथि शिक्षकों को समय से मानदेय नहीं मिल पाता है.
रांची विवि में होली पर रंगोत्सव
उधर, रांची विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार शनिवार को होली के रंग में रंग गया. विवि में होली अवकाश से पूर्व परफॉर्मिंग एंड फाइन आर्ट विभाग के विद्यार्थियों ने होली पर आयोजित रंगोत्सव कार्यक्रम में एक से एक प्रस्तुति देकर मंत्रमुग्ध कर दिया. इसका उद्घाटन कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा ने किया और सबको होली की शुभकामनाएं दीं.
छात्रों ने दी मनमोहक प्रस्तुत
इसके बाद विद्यार्थियों ने असम में फागुन में मनायी जानेवाली रंगाली बीहू के नृत्य की मोहक प्रस्तुति दी. इसके बाद छात्रों ने नाटक रंगकर्म पेश किया. विद्यार्थियों ने सुंदर वेशभूषा में ब्रज की होली कन्हैया घर चलो गुइयां, आज खेले होरी गीत पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया. आगंतुकों का स्वागत नियति कल्प और धन्यवाद ज्ञापन मोनिका डे ने किया.