अब झारखंड दीदी बगिया से टिम्बर प्लांट की होगी खरीद, नर्सरी उद्यमियों के स्वरोजगार को मिलेगा बढ़ावा

Jharkhand News (रांची) : झारखंड की हेमंत सरकार दीदी बगिया योजना से तैयार टिम्बर प्लांट की खरीद कर बिरसा हरित ग्राम योजना से पौधरोपण के लिए उपयोग किया जायेगा. वहीं, छोटे नर्सरी उद्यमियों को स्वरोजगार के लिए बढ़ावा दी जायेगी. इस बात की जानकारी मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी ने दी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 23, 2021 7:59 PM

Jharkhand News (रांची) : झारखंड की हेमंत सरकार छोटे-छोटे नर्सरी उद्यमियों को स्वरोजगार के लिए बढ़ावा देगी. इन नर्सरी उद्यमियों से तैयार इमारती पौधों की खरीद की जायेगी. मनरेगा आयुक्त राजेशवरी बी ने राज्य के सभी DC और DDC सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को निर्देश जारी किया है. दीदी बगिया योजना से तैयार टिम्बर प्लांट की खरीद कर बिरसा हरित ग्राम योजना से पौधरोपण के लिए उपयोग किया जायेगा. राज्य में अभी जिला और प्रखंड स्तर पर स्वयं सहायता समूहों द्वारा 320 दीदी नर्सरी की शुरुआत की है, जिसमें बड़े पैमाने पर पौधों को तैयार किया जा रहा है.

35 फीसदी सस्ता लिया जायेगा

पौधों के दर का निर्धारण जिला कार्यक्रम समन्वयक द्वारा किया जायेगा. मिली जानकारी के अनुसार, पौधों का दर का निर्धारण प्राक्कलित राशि से 35 फीसदी कम पर किया जायेगा. इसकी सहमति भी JSLPS के साथ हुई बैठक में ली गयी है. बता दें कि दीदी बगिया में इमारती पौधे तैयार करने में मजदूरी एवं सामग्री खर्च का वहन मनरेगा के अंतर्गत किया जा रहा है. ऐसे में इनके दर का निर्धारण प्राक्कलित राशि से कम होगा.

इसके अतिरिक्त ढुलाई का खर्च मनरेगा में प्रावधान, प्राक्कलन के अनुरूप दिया जयेगा. हालांकि,दीदी बगिया के द्वारा इमारती पौधे अगर उपलब्ध नहीं हुए तब वैसी स्थिति में सरकारी या निजी नर्सरियों से पौधों की खरीद की जायेगी. विभाग का मानना है कि दीदी नर्सरी से पौधों की खरीद होने पर करोड़ों रुपये की बचत होगी.

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डेढ़ साल तक वित्तीय सहायता

मनरेगा के अंतर्गत दीदी बगिया योजना के लिए डेढ़ साल तक वित्तीय सहायता प्रदान किया जा रहा है. जिस अवधि तक नर्सरी उद्यमी को दीदी बगिया के लिए वित्तीय सहायता प्रदान किया जा रहा है, उस अवधि तक दीदी बगिया में उत्पादित इमारती पौधों को सबसे पहले मनरेगा योजना के लिए क्रय किया जायेगा.

ये पौधे लिये जायेंगे

शीशम, नीम, बकेन, गम्हार, कटहल के पौधों की खरीद होगी. इनमें यह देखा जायेगा कि पौधे की लंबाई कम से कम डेढ़ फीट हो. रूट-शुट पौधा को प्राथमिकता दिया जायेगा. पौधा काला पॉलिथीन में उगाया गया हो. पौधे का कॉलर डायमीटर 0.5 इंच से कम नहीं हो. पौधों में किसी प्रकार का कीट-बीमारी का प्रकोप नहीं हो.

Posted By : Samir Ranjan.

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