jharkhand coronavirus update : अब भी जोखिमवाले राज्यों में झारखंड

कोरोना को लेकर झारखंड और बिहार अभी तक जोखिमवाले राज्यों की सूची से बाहर नहीं निकल सके

By Prabhat Khabar | November 29, 2020 3:40 AM

रांची : कोरोना को लेकर झारखंड और बिहार अभी तक जोखिमवाले राज्यों की सूची से बाहर नहीं निकल सके हैं. इन दोनों राज्यों में दो-दो फीसदी एक्टिव केस हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शनिवार को देश के सर्वोच्च 20 उन राज्यों की सूची जारी की गयी हैं, जहां पर कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या दो फीसदी और उससे अधिक है.

झारखंड और बिहार में यह स्थिति तब बनी हुई है, जब दोनों राज्यों में रिकवरी रेट 97% है. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में चार लाख 54 हजार 940 एक्टिव केस हैं. यह देश के कुल मरीजों के अनुपात में 4.87% है. देश में केरल में सबसे ज्यादा 64,014 एक्टिव केस और राजस्थान में 28,183 एक्टिव केस हैं.

इन दोनों राज्यों में एक्टिव केसों का प्रतिशत लगभग 11 है. महाराष्ट्र और दिल्ली में पांच -पांच प्रतिशत एक्टिव केस हैं. इधर झारखंड में भी 2,162 एक्टिव (28 नंवबर सुबह नौ बजे तक) केस हैं. बिहार में कुल 5,401 एक्टिव केस हैं. इन दोनों राज्यों में दो-दो फीसदी एक्टिव केस हैं.

सभी राज्यों में फिर से बढ़ रही पॉजिटिव मरीजों की संख्या

मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट में कोरोना को लेकर जो राज्यों की सूची जारी की गयी है, उसमें सभी राज्यों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है. रिपोर्ट में बताया गया है कि बिहार में शनिवार को 681 नये पॉजिटव मामले पाये गये, तो झारखंड में 189 पॉजिटिव (सुबह नौ बजे तक) मिले. बिहार में कुल पॉजिटिव केस 23,2916 थे, जिनमें से 22,6267 लोग स्वस्थ होकर घर लौट गये हैं.

उधर, झारखंड में कुल एक लाख आठ हजार 577 केस पाये गये, जिनमें से एक लाख पांच हजार 453 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. कोरोना मरीजों की मौत के मामले में बिहार और झारखंड उन राज्यों में शामिल हैं, जहां पर मृत्यु दर एक प्रतिशत से भी कम हैं.

हालांकि, बिहार की तुलना में झारखंड में मरनेवालों का प्रतिशत अधिक है. बिहार में अभी तक 1248 लोगों की मौत हुई है, जो सिर्फ 0.5 प्रतिशत है. इसकी तुलना में झारखंड में अभी तक 962 लोगों की मौत हुई है, जो कुल पॉजिटिव की तुलना में 0.88 प्रतिशत है.

राज्य- केस – रिकवरी- एक्टिव – मौत

महाराष्ट्र- 1808550-1672627- 89025- 46898

कर्नाटक- 881086- 843950- 25398-11738

आंध्रप्रदेश- 866438-847325-12137-6976

तमिलनाडु- 777616- 754826-11109-11681

केरल- 587707- 521522-64014- 2171

दिल्ली- 556744-509654-38181- 8909

यूपी- 537747- 504411- 25639- 7697

प.बंगाल- 473987-441100-24617-8270

ओड़िशा – 317239- 309747- 5774- 1718

तेलंगाना- 268418- 256330- 10637- 1451

राजस्थान- 260040- 229602- 28183- 2255

बिहार- 232916- 226267- 5401- 1248

छत्तीसगढ़- 232835- 208183-21839-2813

हरियाणा- 228746- 206001- 20400- 2345

असम- 212320- 208068- 3272- 980

गुजरात- 205116- 186446- 14732- 3938

मध्यप्रदेश- 201597- 183696- 14667- 3224

पंजाब- 150086- 137630- 7719- 4737

जम्मू-कश्मीर- 108871- 101959- 5236- 1676

झारखंड – 108577- 105453- 2162- 962

कोरोना जांच की दर ~800 करने की तैयारी

रांची. झारखंड निजी लैब में आरटीपीसीआर (रियल टाइम पॉलिमरेज चेन रिएक्शन) विधि से कोरोना की जांच दर सस्ती होगी. स्वास्थ्य विभाग ने आरटीपीसीआर की जांच दर को कम करने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है. जानकारी के अनुसार निजी लैब में आरटीपीसीआर से जांच की दर को 1,050 से घटाकर 800 रुपये करने का प्रस्ताव है.

सूत्रों की मानें तो घटी हुई कीमत अगले सप्ताह से ही लागू की जा सकती है. प्रस्ताव को अंतिम अनुमति के लिए सरकार के पास भेजा गया है. सरकार और स्वास्थ्य मंत्री से अनुमति मिलते ही इसे लागू कर दिया जायेगा. विशेषज्ञों का कहना है कि आरटीपीसीआर जांच की दर को कम करने के पीछे कारण किट का सस्ता होना है.

किट सस्ता होने और जांच की संख्या में बढ़ोत्तरी हाेने के कारण 800 रुपये में भी जांच करने से निजी जांच लैब काे फायदा है. जांच में किट, कर्मचारी और अन्य सामान का उपयोग करने पर भी लैब का खर्च 500 से 600 रुपये के बीच आता है. देश के कई राज्याें ने इसी को आधार बनाते हुए आरटीपीसीआर की दर कम कर दी है. जांच सस्ता होने पर ज्यादा से ज्यादा लोग इस विधि से जांच करा पायेंगे.

ज्ञात हो कि आइसीएमआर और स्वास्थ्य विभाग से अनुमति लेने के बाद राजधानी के छह निजी जांच लैब आरटीपीसीआर की जांच कर रहे हैं. वहीं प्रभात खबर द्वारा लगातार आरटीपीसीआर की जांच की दर को कम करने की खबर प्रकाशित की जाती रही है. जब जांच की दर 4,500 रुपये थी, तब भी प्रभात खबर ने खबर प्रकाशित की थी. इसके बाद दर 2,400 रुपये हुई थी. दोबारा खबर प्रकाशित होने पर दर 1,050 रुपये की गयी थी.

posted by : sameer oraon

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