Jharkhand News: मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव रहे राजीव अरुण एक्का ने सोमवार को प्रभात खबर के सामने अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने जो आरोप लगाये हैं, वे पूरी तरह निराधार है. 30 साल का मेरा कैरियर बेदाग रहा है. मुझ पर लगाये गये आरोप राजनीति से प्रेरित है. उन्होंने विशाल चौधरी का नाम लिए बिना कहा कि किसी से दोस्ती करना कोई गलत है क्या?. मैने उनके यहां किसी भी सरकारी फाइल पर हस्ताक्षर नहीं किया है. मैं जब सरकारी काम करता हूं, तो सरकारी दफ्तर या आवासीय कार्यालय में ही करता हूं. मैं किसी भी प्रकार की जांच के लिए तैयार हूं, क्योंकि मेरा कैरियर बेदाग रहा है.
....तो विशाल चौधरी के कार्यालय में क्या कर रहे थे ?
इस सवाल पर आईएएस अधिकारी श्री एक्का ने कहा कि विशाल चौधरी मेरे दोस्त रहे हैं. कई बार अपने बिजनेस के सिलसिले में वह मुझसे सलाह लेते रहे हैं. जिस दिन का वीडियो जारी किया गया है, उस वीडियो में मैं उन्हें कागज पर लिख कर बता रहा था कि बिजनेस में इस तरह की नोटिंग लिखनी पड़ती है. बस इसी को दिखाया जा रहा है कि सरकारी कागज पर मैं नोट लिख रहा था, जबकि वह एक रफ वर्क था, जिस पर मैं लिख कर समझा रहा था. उसमें न कोई सरकारी कामकाज था और न ही मुझसे जुड़ा कोई काम. ऑफिस आवर के बाद अकसर मैं उनसे मिलता था, तो वह सलाह लेते थे. बस इसी बात को दिखा कर मेरी मानहानि की जा रही है.
मैं तबादला नहीं करता
श्री एक्का ने कहा कि भले ही वह सीएम के प्रधान सचिव रहे या गृह सचिव के पद पर रहे हैं. पर उनकी शक्तियां सीमित है. प्रत्यक्ष तौर पर वह तबादला नहीं कर सकते. पुलिस का तबादला डीजीपी करते हैं. प्रशासनिक स्तर पर तबादले के लिए भी कमेटी बनी हुई है. गृह सचिव के पद पर रहते हुए जेल पदाधिकारियों का तबादला भी आईजी जेल करते हैं. मैं हजारों कागज पर प्रतिदिन साइन करता हूं. पर कोई आकर यह बताये कि मैने कभी अनुचित तरीके से किसी के लिए साइन किया हो. पूरे 30 वर्षों तक कभी मेरे ऊपर इस तरह का आरोप नहीं लगा और न ही कभी कोई ऐसा काम किया है, जो अनुचित हो. मैंने आजतक न कोई संपत्ति अर्जित की है और न ही पैसे का कोई लालच रखा है. इतने साल की नौकरी में मैंने आदिवासी मोहल्ले में एक घर बनाया है. लोग मुझसे ही कहते हैं कि इतने साल की नौकरी में आप एक अच्छा घर तक नहीं बना सके, तब आप ही बताये कि क्या आरोप सही है? उन्होंने आरोप के बाद अपने तबादले पर कहा, तबादला सरकार का निर्णय है. इस पर वह क्या कह सकते हैं.
बाबूलाल मरांडी समझदार नेता, उनसे ऐसी उम्मीद नहीं थी
श्री एक्का ने कहा कि पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने मेरी मानहानि की है. आगे क्या करूंगा, अभी यह सोचा नहीं है. अभी चीजों को समझ रहा हूं. मुझे समझ नहीं आता कि उन्होंने मेरे ऊपर ऐसे कैसे निराधार आरोप लगा दिया. वीडियो में जो बातें दिखायी जा रही है कि सरकारी कागज है, पूरी तरह गलत है. श्री मरांडी जैसे समझदार नेता से इस तरह की उम्मीद नहीं थी कि एक ब्यूरोक्रेट का इस तरह वह मानहानि करेंगे. उनके पास कोई सबूत नहीं है. वह आरोप को साबित करके बतायें कि मैने किसी तरह अनुचित लाभ दिया है.
पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव के पद पर नहीं दिया योगदान
इधर, भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी राजीव अरुण एक्का ने पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव के पद पर सोमवार को योगदान नहीं दिया. रविवार को ही सरकार ने उन्हें पंचायती राज का प्रधान सचिव बनाया है. इसके पूर्व वह मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव थे. इसके साथ ही गृह विभाग के प्रधान सचिव के भी प्रभार में थे.