जी-20 समिट की बैठक के दूसरे दिन शुक्रवार को विदेशी मेहमान झारखंड की खूबसूरती का दीदार करने निकले. सुबह 10:30 बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच होटल रेडिशन ब्लू से विशेष बस के जरिये विदेशी मेहमानों को रांची से रामगढ़ जिले के पतरातू डैम (पतरातू लेक) ले जाया गया. पतरातू रिजॉर्ट पहुंचने पर झारखंड की संस्कृति व परंपरा के अनुरूप उनका स्वागत किया गया.
ढोल व नगाड़े की थाप पर मनमोहक नृत्य करते झारखंडी कलाकारों ने मेहमानों का मन मोह लिया. विदेशी मेहमानों ने कहा कि झारखंड की प्रकृति आकर्षित करनेवाली है. यहां की मेहमान नवाजी बेहतरीन है. यहां की प्रकृति व लोक नृत्य मनमोहक हैं. रिजॉर्ट पर झारखंड की संस्कृति और संगीत से जुड़े वाद्य यंत्रों की प्रदर्शनी लगायी गयी थी, जिसमें विदेशी मेहमानों ने गहरी रुचि दिखायी.
उन्होंने कलाकारों से वाद्य यंत्रों के बारे में जानकारी भी ली. वहीं, रिजॉर्ट के किनारे लगाये गये जेएसएलपीएस के स्टाल और खादी ग्राम उद्योग की प्रदर्शनी का बारीक मुआयना किया. विदेशी मेहमानों ने इन स्टॉलों से कई खाद्य प्रोडक्ट की खरीदारी भी की. साथ ही खादी ग्राम उद्योग के स्टॉल पर लगाये गये प्रोडक्ट के बारे में भी जानकारी प्राप्त की.
पतरातू लेक पर बज रहे मद्धिम संगीत के बीच कलरव करते पक्षियों की चहचहाहट बार-बार मेहमानों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा थे. वे झारखंड की रमणीय वातावरण के मुरीद हो गये. रिजॉर्ट पर पलाश के वृक्षों को भी मेहमानों ने करीब से निहारा और उसकी उपयोगिता के बारे में जानकारी ली.
कड़ी सुरक्षा के बीच की बोटिंग :
विदेशी मेहमानों ने कड़ी सुरक्षा के बीच पतरातू डैम में बोटिंग का आनंद उठाया. दोपहर करीब 2:30 बजे आठ विदेशी मेहमान वहां से सीधे रांची एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गये. जबकि, बाकी मेहमानों को पतरातू लेक से होटल रेडिशन ब्लू ले जाया गया. रांची से पतरातू मेहमानों के जाने-आने के दौरान 500 ट्रैफिक पुलिस के अलावा सुरक्षा में करीब 1200 पुलिसकर्मियों को लगाया गया था. इनके अलावा एनएसजी, आइबी, एटीएस व रैफ आदि के जवान भी थे. मेहमानों को विदा करने कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के अलावा रांची डीसी राहुल सिन्हा, एसएसपी किशोर कौशल सहित अन्य अधिकारी पहुंचे थे.