4.7 तीव्रता के भूकंप से कांपी जमशेदपुर की धरती, घरों से बाहर भागे लोग

रांची : झारखंड में शुक्रवार (5 जून, 2020) की सुबह धरती कांपी. राज्य के जमशेदपुर में भूकंप के झटके महसूस किये गये. इसे महसूस करते ही लोग अपने घरों से बाहर निकल आये. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.7 मापी गयी. भूकंप से किसी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है.

By Prabhat Khabar Print Desk | June 5, 2020 8:26 AM

रांची : झारखंड में शुक्रवार (5 जून, 2020) की सुबह धरती कांपी. राज्य के जमशेदपुर में भूकंप के झटके महसूस किये गये. इसे महसूस करते ही लोग अपने घरों से बाहर निकल आये. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.7 मापी गयी. भूकंप से किसी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है.

झटके महसूस कर बाहर निकले लोग

राज्य के जमशेदपुर में आज सुबह 6.55 बजे धरती कांपी. भूकंप के झटके महसूस कर लोग अपने घरों से बाहर निकले. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 4.7 मापी गई है. धरती के कांपने से नुकसान की कोई सूचना नहीं है. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक भूकंप का केंद्र जमशेदपुर था. राज्य की इस औद्योगिक नगरी में सुबह-सुबह भूकंप के झटके महसूस कर लोग अपने घरों से बाहर निकल आये.

देश के दो राज्यों में भूकंप के झटके

वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ दुनिया जंग लड़ रही है. देश में हर स्तर पर इससे निपटने की कवायद की जा रही है. इस बीच पिछले दो महीने में भूकंप की बात करें, तो देश के कई इलाकों में धरती कांपी. आज शुक्रवार को सुबह-सवेरे झारखंड की औद्योगिक नगरी जमशेदपुर के साथ-साथ कर्नाटक के हंपी में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये. झारखंड के जमशेदपुर में रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.7, जबकि कर्नाटक के हंपी में तीव्रता 4.0 मापी गई. दोनों जगहों में कहीं से जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है.

दिल्ली-एनसीआर इलाके में आ चुका है भूकंप

कोरोना वायरस को लेकर जारी देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान भूकंप की ये पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी भूकंप से धरती कांप चुकी है. दिल्ली और एनसीआर के इलाके में पिछले 2 माह के दौरान कई बार भूकंप आ चुका है. भूकंप से जुड़ी हर Latest News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.

क्रेटन का हिस्सा हैं छोटानागपुर के पठार

कुछ भूगर्भवेताओं का कहना है कि सिंहभूम और छोटानागपुर के पठार ढाल और क्रेटन का हिस्सा हैं, जो पृथ्वी की पपड़ी का सबसे स्थिर हिस्सा हैं. ऐसे में इन इलाकों में कोई महत्वपूर्ण भूकंपीय गतिविधि नहीं होनी चाहिए. संभव है कि यह भूकंप किसी खास गड़बड़ी या पृथ्‍वी की अंदरुनी परतों की प्रतिक्रिया के कारण हो सकता है.

Posted By : Guru Swarup Mishra

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