झारखंड के वित्त मंत्री डाॅ रामेश्वर उरांव ने कहा कि कोरोना महामारी ने देश और डॉक्टरों को नेतृत्व करने का मौका दिया. हमारे डॉक्टर और वैज्ञानिकाें ने विश्व पटल अमिट पहचान छोड़ी है. सस्ता टीका का इजाद कर हमने अपना लोहा मनवाया है. डॉ उरांव स्टेशन रोड स्थित बीएनआर चाणक्य में आयोजित डॉक्टर्स सम्मान को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि मैं डॉक्टर बिरादरी के काफी नजदीक रहा हूं, क्योंकि मेरी पत्नी भी डॉक्टर थीं. हमारे ज्यादातर दोस्त डॉक्टर ही रहे हैं.
व्यावसायिक नहीं बनें, गरीबों की सेवा हो पहला धर्म
वित्त मंत्री ने कहा कि कुछ डॉक्टर भी व्यावसायिक हो गये हैं, जो सबका मनोबल कम कर दे रहे हैं. सभी डाॅक्टरों से विनम्र निवेदन है कि वह अपना पहला धर्म गरीबों की सेवा का रखें. गरीबों की सेवा ही आपको अलग पहचान दिलाती है. झारखंड सरकार के मंत्री ने कहा कि मुझे आज भी याद है, जब डॉ बीपी कश्यप जरूरतमंद मरीजों की सेवा किया करते थे.
डॉक्टरों पर हो रहे हमले चिंतनीय
डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि डॉक्टरों पर हो रही हिंसा चिंता का विषय है. डॉक्टराें का सम्मान तभी होगा, जब हम उन पर हो रहे हमले को रोक पायेंगे. मैंने खुद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से कहा है कि डॉक्टरों के खिलाफ हो रही हिंसा को रोकने की कोशिश करें.
डॉक्टरों को सम्मानित करना प्रभात खबर के लिए गौरव की बात
‘प्रभात खबर’ के प्रधान संपादक आशुतोष चतुर्वेदी ने कहा कि डॉक्टरों को सम्मानित करना प्रभात खबर के लिए भी गौरव की बात है. कोरोना काल में डॉक्टरों ने अपनी सेवा देकर मिसाल पेश की है. प्रभात खबर ऐसे सामाजिक कार्यों के जरिये समाज के प्रति अपना दायित्व निभाता रहा है.
20 वर्षों से प्रतिभा को सम्मानित कर रहा है प्रभात खबर
प्रभात खबर के वाइस प्रेसिडेंट विजय बहादुर ने कहा कि हम अखबार ही नहीं छापते, बल्कि सामाजिक सरोकार का काम भी करते हैं. 20 वर्षों से हम प्रतिभाओं को सम्मानित करते आ रहे हैं. डॉक्टर सम्मान समारोह की शुरुआत वर्ष 2019 में हुई. इस अवसर पर प्रभात खबर के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर आरके दत्ता भी मौजूद थे.
दिये गये ये अवार्ड
प्रभात खबर की ओर से कई कैटेगरी में डॉक्टरों को सम्मानित किया गया. इसमें 4 डॉक्टरों को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया. 10 अस्पतालों को बेस्ट हॉस्पिटल की श्रेणी में पुरस्कृत किया गया. एक्सपीरियंस्ड एंड सीजंड डॉक्टर्स ऑफ झारखंड की श्रेणी में 7 चिकित्सकों को सम्मानित किया गया. वहीं, 22 युवा डॉक्टरों को यंग एंड शाइनिंग डॉक्टर्स ऑफ झारखंड का पुरस्कार दिया गया. मेडिकल एंड हेल्थ केयर सर्विस की श्रेणी का पुरस्कार भी दिया गया.