ED दफ्तर पहुंचे भाई बसंत सोरेन ने कहा : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हैं और वही रहेंगे

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पेशी को लेकर गुरुवार को एयरपोर्ट रोड स्थित इडी कार्यालय के सामने दिन भर गहमागहमी का माहौल रहा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन काफिला के साथ दिन के 11.54 बजे इडी कार्यालय पहुंचे.

By Prabhat Khabar | November 18, 2022 7:02 AM

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पेशी को लेकर गुरुवार को एयरपोर्ट रोड स्थित इडी कार्यालय के सामने दिन भर गहमागहमी का माहौल रहा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन काफिला के साथ दिन के 11.54 बजे इडी कार्यालय पहुंचे. इनके साथ छोटे भाई व दुमका से विधायक बसंत सोरेन व प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद पिंटू मौजूद थे. इडी कार्यालय में बसंत सोरेन व अभिषेक प्रसाद को अंदर जाने से रोक दिया गया. इसके बाद वे लौट गये.

इस क्रम में मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए विधायक बसंत सोरेन ने कहा कि हमारा पूरा झारखंड है. सिर्फ साहिबगंज की क्यों बात करते हैं. संताल परगना व कोल्हान में हमारा किला मजबूत है. राज्य में कुछ लोग बेवजह परेशान हैं. हम इसे परेशानी नहीं मानते हैं. हमारे साहब एजेंसी के सामने गये हैं, अपनी सफाई देंगे. यह पूछे जाने पर भाजपा नेता ट्वीट कर कह रहे हैं कि अब सीएम नहीं बचेंगे. श्री सोरेन ने कहा कि शाम तक स्थिति स्पष्ट हो जायेगी. हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री हैं और वही रहेंगे.

जब हेमंत सोरेन हैं, तो जरूरत कहां है. यह पूछे जाने पर की अगर नेतृत्व परिवर्तन हुआ तो नेता कौन होगा. इस पर उन्होंने कहा कि जब इसकी नौबत आयेगी तो पार्टी विचार करेगी. बुधवार को विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हो पाया था. आज ही दुमका से लौटा हूं.

शरीर में पेंट करा कर इडी कार्यालय पहुंचा झामुमो कार्यकर्ता

झामुमो समर्थक राज खलखो शरीर पर पेंट करा कर इडी कार्यालय पहुंचा. पूछने पर उसने बताया कि वह झामुमो का कार्यकर्ता है और मुख्यमंत्री के समर्थन के लिए आया है. कहा कि केंद्र सरकार इडी का इस्तेमाल कर मुख्यमंत्री को परेशान करना चाहती है. हेमंत सोरेन जनहित में अच्छा काम कर रहे हैं. राज खलखो ने अपनी पीठ पर इडी के लिए संदेश लिखा था कि एक आंख में सुरमा और एक आंख में काजल नहीं चलेगा.

कार्यकर्ताओं को इडी कार्यालय आने से किया गया मना

पार्टी की ओर से कार्यकर्ताओं और समर्थकों को पहले ही इडी कार्यालय आने से मना कर दिया गया था. इस वजह से राज्य के विभिन्न जिलों से आये कार्यकर्ता अलग-अलग क्षेत्रों में जुटे और हेमंत सोरेन का समर्थन किया. साथ ही इडी की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया. खूंटी समेत अन्य जिलों से आये कार्यकर्ता पुराने विधानसभा मैदान के जुटे थे.

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