भाजपा विधायक दल के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव और गृह सचिव राजीव अरुण एक्का पर गंभीर आरोप लगायें हैं. श्री मरांडी ने रविवार को भाजपा कार्यालय में श्री एक्का से जुड़ा एक वीडियो जारी किया. इसमें श्री एक्का पर आरोप है कि जिस विशाल चौधरी के घर इडी ने छापेमारी की थी, उसके निजी कार्यालय में बैठ कर वह सरकार के गृह विभाग की फाइलें निबटा रहे है़ं इस वीडियो में बगल में एक महिला है, जो सचिव श्री एक्का को फाइल दिखाने में सहयोग कर रही है.
वह महिला विशाल चौधरी की स्टाफ है. वीडियो सार्वजनिक होने के बाद सरकार ने राजीव अरुण एक्का को मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव, गृह कारा सचिव के पद से हटा दिया है. श्री एक्का को प्रधान सचिव, पंचायती राज बनाया गया है.
रविवार दोपहर भाजपा कार्यालय में श्री मरांडी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यह वीडियो क्लिप भले ही छोटा है, लेकिन घटना बड़ी है़ सरकार में मुख्यमंत्री का प्रधान सचिव, गृह, कारा और आपदा जैसे महत्वपूर्ण विभागों का प्रधान सचिव एक दलाल के घर सरकारी काम कर रहा है़ फाइलें निबटा रहा है़ दलाल के ऑफिस में सरकारी काम चल रहा है़ कोई भी ऐसे कृत्य की कल्पना नहीं कर सकता.
उन्होंने कहा कि सचिव एक्का और विशाल चौधरी अकेले नहीं है़ं मामले की जांच हो जाये, तो कई हैरान करनेवाली चीजें सामने आयेंगी़ दलाल, भ्रष्ट अधिकारी और सत्ता में बैठे लोग टेंडर, ट्रांसफर पोस्टिंग की फाइलें इसी तरह से निबटा रहे हैं.
कार्रवाई करें मुख्यमंत्री :
बाबूलाल मरांडी ने कहा : मुख्यमंत्री के सुरक्षाकर्मियों के सरकारी हथियार (एके-47) दलाल प्रेम प्रकाश के घर मिलते है़ंं उस मामले में भी कार्रवाई नहीं हुई़ मुख्यमंत्री, राजीव अरुण एक्का पर कार्रवाई करे़ं उन पर प्राथमिकी दर्ज करें, राजीव अरुण एक्का का मामला छोटा-मोटा नहीं है.
वह गृह व कारा के प्रधान सचिव है़ं राज्य के जेलों में खूंखार आतंकवादी, उग्रवादी और अपराधी बंद है़ं ऐसे व्यक्ति के पद पर बने रहने से राज्य और जनता की सुरक्षा पर सवाल खड़े होते हैं. पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल इस मामले को लेकर राज्यपाल से मिलेगा और उनसे मामले की सीबीआइ जांच की मांग की जायेगी. हम वीडियो क्लिप इडी को भी सौंपेंगे.
श्री मरांडी ने कहा :
मुख्यमंत्री कहते हैं कि वह आदिवासी हैं, इसलिए परेशान किया जाता है़ अगर मुख्यमंत्री भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई नहीं करेंगे, तो जांच एजेंसियां तो कार्रवाई करेंगी ही. ऐसे लोगों को बचाते रहे, तो मुख्यमंत्री को भी जेल जाने से कोई नहीं रोक पायेगा. उन्होंने कहा कि लालू यादव भी पदाधिकारियों पर कार्रवाई नहीं करते थे. इधर-उधर फाइल रख देते थे़ आज पूरा परिवार भुगत रहा है़ श्री मरांडी ने आरोप लगाया कि हेमंत अपराधियों को बचा रहे है़ं खुद भागीदार नहीं हैं, तो पापियों को बचाने के लिए क्यों एड़ी-चोटी एक किये हुए है? हाइकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक जा रहे है़ंं सरकार कार्रवाई करे, नहीं तो उसकी भी संलिप्तता मानी जायेगी.
मुख्य सचिव कार्रवाई का प्रस्ताव सरकार को भेजें :
पत्रकारों से बात करते हुए श्री मरांडी ने कहा कि मुख्य सचिव राज्य के अच्छे अफसर माने जाते है़ं वह भी धृतराष्ट्र न बने़ं आरोपी अफसर पर कार्रवाई के लिए एक प्रस्ताव बना कर सरकार को भेजे़ं वह प्रशासनिक अधिकारियों के प्रमुख हैं, इसलिए उनकी जिम्मेवारी भी बनती है़
फोन नहीं उठाया :
बाबूलाल मरांडी के आरोपों पर प्रभात खबर ने राजीव अरुण एक्का का पक्ष लेने की कोशिश की. उनके नंंबर पर फोन भी किया. पर उन्होंने फोन नहीं उठाया.
बाबूलाल ने बताया, गृह की फाइल निबटा रहे थे एक्का
बाबूलाल मरांडी के अनुसार गृह सचिव दलाल विशाल चौधरी के यहां गृह, कारा एवं आपदा विभाग की फाइल पर साइन कर रहे थे. इसके तहत राज्य के काराओं के आधुनिकीकरण/सुदृढ़ीकरण के तहत मंडल कारा गुमला में इलेक्ट्रिक फेंसिंग के क्रय व सीएएमसी के लिए एक करोड़ 28 लाख 58 हजार चार सौ सात रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति दी है. फाइल पर दो मई, 2022 की तिथि अंकित है.
....उदित जी पैसा दिया ?
बाबूलाल मरांडी ने वीडियो जारी कर दावा किया है कि इसमें दलाल विशाल चौधरी की आवाज है. मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव फाइल पर साइन कर रहे हैं. वहीं पीछे से विशाल चौधरी पूछ रहे हैं कि उदित जी पैसा दिया. इस पर प्रधान सचिव की बगल में खड़ी विशाल चौधरी की महिला स्टॉफ ने कहा : नहीं