रांची : भोजपुरी लोकगीतों की चिरपरिचित आवाज चंदन तिवारी ने प्रभात खबर फेसबुक लाइव कार्यक्रम में लोकगीतों के प्रति स्नेह और इसी क्षेत्र में भविष्य पर चर्चा की. उन्होंने माना कि भले ही आज पॉप , फिल्मी और रैपगीतों को युवा पसंद करते हों, लेकिन जो सुकून लोकगीतों में है, जो मिठास लोकगीतों में है वह इन गानों में नहीं है. लोकगीत आपको झूमने पर मजबूर करते हैं.
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ये खांटी चीजें हैं इनका अपना महत्व है. कार्यक्रम में चंदन ने लोकगीतों को बेहतर ढंग से समझाने के लिए एक के बाद एक कई शानदार गाने गाये. फाल्गुन के महत्व को समझाते हुए चंदन ने कई गीत गाये. इस कार्यक्रम में चर्चा हुई महेंन्द्र मिश्र के गानों की. चंदन तिवारी ने इस बातचीत में संस्कार गीतों पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, संस्कार गीतों पर काम चल रहा है, ऐसे कई प्रयोग आगे भी लोगों को सुनने के लिए मिलेंगे. फेसबुक लाइव कार्यक्रम में बातचीत हुई गंगा की भी उन्होंने कहा, गंगा दूषित हो गयी है, मैं अपने गानों के जरिये गंगा सफाई अभियान को जारी रख सकती हूं. इन गानों के जरिये लोगों को जागरूक करने की कोशिश कर रही हूं.