मेराल: उत्तर प्रदेश के फैजाबाद से एक साल पहले जिस व्यक्ति के विषय में जला कर हत्या करने का मामला उसके परिजनों द्वारा दर्ज कराया गया था, वह अचानक मेराल में जिंदा निकला़ मेराल थाना में पहुंच कर अपने को जिंदा बताने के बाद मेराल पुलिस ने फैजाबाद में संपर्क कर वहां की पुलिस को सूचना दी़ जहां से पुलिस की एक टीम गुरुवार को पहुंच कर हरिशंकर सिंह नामक व्यक्ति को वापस ले गयी़ बरामद व्यक्ति फैजाबाद कैंट थाना के हुसरू स्थित पूरन कॉलोनी निवासी हरिशंकर सिंह बताया गया़ पिछले दिनों अचानक मेराल थाना पहुंच कर हरिशंकर नामक यह व्यक्ति ने अपने को बचाने की गुहार लगायी़.
मेराल थाना द्वारा उससे परिचय पूछने के पश्चात उत्तर प्रदेश के फैजाबाद पुलिस से संपर्क किया़ जहां से फैजाबाद पुलिस ने मेराल पहुंच कर हरिशंकर सिंह को लेकर फैजाबाद वापस गयी़ फैजाबाद से आये अवर निरीक्षक
संतोष कुमार त्रिपाठी ने बताया कि हरिशंकर सिंह अपने क्षेत्र का जाना-माना व्यक्ति है़ साथ ही मजदूर यूनियन का नेता भी है़ वह फैजाबाद में ही सहायक पोस्टमास्टर के पद पर कार्यरत था़ इस दौरान वह डाकघर से सीसी के माध्यम से 25 लाख रुपये की निकासी की थी़ साथ ही उसने अपना वैगनआर कार की बीमा करायी थी़ जिसमें नॉमिनी के रूप में अपनी पत्नी को बताया था़ पिछले मई 2016 को अचानक हरिशंकर सिंह गायब हो गया़ उन्होंने बताया कि हरिशंकर की वैगरआर कार (यूपी43एम-4778) के साथ एक जला हुआ शव पाया गया था़ शव की पहचान नहीं हो पायी थी, लेकिन हरिशंकर के पुत्र प्रभात कुमार ने अपनी कार पहचान ली थी़ उसने 11 मई 2016 को अपने पिता हरिशंकर सिंह को जलाकर हत्या करने का मामला अज्ञात लोगों के विरुद्ध दर्ज कराया था़
अपहरण की कहानी से पुलिस संतुष्ट नहीं
11 मई 2016 से आजतक की अपहरणकर्ताओं के चंगुल में रहने की हरिशंकर की कहानी से पुलिस संतुष्ट नहीं हो पा रही है़ वह अपराधियों द्वारा किये गये उसके अपहरण के बयान को विवादास्पद मान कर चल रही है़ बहरहाल हरिशंकर से गहन पूछताछ के बाद ही इस बात का पूरी तरह खुलासा हो पायेगा़ विदित हो कि अपहरण से पूर्व हरिशंकर द्वारा डाकघर से 25 लाख रुपये सीसी के माध्यम से निकासी की गयी थी़ पुलिस का कहना है कि अपहरण की कहानी इस बड़ी रकम को वापस करने से बचने के लिए भी बनायी जा सकती है़