रांची: राज्य सरकार द्वारा विवि शिक्षकों व कर्मचारियों का वेतन भुगतान ट्रेजरी के माध्यम से किये जाने का विवि शिक्षकों व कर्मचारियों ने विरोध किया है. शिक्षकों व कर्मचारियों का गुस्सा राज्य के उच्च शिक्षा सचिव पर निकल रहा है. उन्होंने इसे विवि की स्वायत्तता पर हमला बताते हुए उच्च शिक्षा सचिव को हटाने व शिक्षक हित में कार्य नहीं करनेवाले कुलपतियों से इस्तीफा मांगा है. शुक्रवार को डॉ बब्बन चौबे की अध्यक्षता में मारवाड़ी कॉलेज परिसर में विवि शिक्षक संघ व कर्मचारी संघ के प्रतिनिधियों की बैठक हुई.
मौके पर 19 अप्रैल से शिक्षकों ने आंदोलन पर जाने का निर्णय लिया है. इसके तहत 19 से 26 अप्रैल तक विवि शिक्षक काला बिल्ला लगाकर कार्य करेंगे, जबकि 21 अप्रैल को सभी विवि मुख्यालय पर शिक्षक धरना-प्रदर्शन व तालाबंदी करेंगे. दो मई को झारखंड के सभी विवि शिक्षक सामूहिक अवकाश पर रहते हुए मुख्यमंत्री आवास घेरेंगे. इसके बाद भी अगर सरकार उनकी समस्याअों का समाधान नहीं करती है, तो विवि शिक्षक ग्रीष्मावकाश के बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे.
बैठक में शिक्षकों ने कहा कि ट्रेजरी से वेतन भुगतान होने में काफी देरी होगी. इस तरीके से वेतन भुगतान जुलाई-अगस्त से पहले संभव नहीं है. शिक्षकों ने कुलपति से कहा है कि जितने भी शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है, उन्हें तत्काल वापस बुलायें. साथ ही भविष्य में प्रतिनियुक्ति पर भेजने से पूर्व विवि संघ की सहमति ली जाये. शिक्षकों ने कहा कि ट्रेजरी से भुगतान के निर्णय से अब अनुबंध व असृजित पदों पर कार्य कर रहे शिक्षकों व कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल सकेगा. विवि में 1976 के बाद से पद सृजन नहीं होने की स्थिति में कई शिक्षक व कर्मचारी कार्य कर रहे हैं.
विवि व कॉलेज में कामकाज चलाने के लिए सेवानिवृत्त कर्मचारियों की मदद ली जा रही है. उन्हें भी किसी प्रकार का भुगतान संभव नहीं हो सकेगा. आंदोलन के संचालन के लिए एक समिति का भी गठन किया गया, जिसमें डॉ मिथिलेश, डॉ राजकुमार, डॉ हरिअोम पांडेय, डॉ एमपी शर्मा सहित अन्य संघ के अध्यक्ष व सचिव को रखा गया है. बैठक में मुख्य रूप से डॉ नवीन कुमार सिंह, डॉ एमपी शर्मा, डॉ मिथिलेश, डॉ हरिअोम पांडेय, डॉ बीबी सिंह, डॉ रामएकबाल तिवारी, डॉ विजय कुमार पीयूष, डॉ राजकुमार, डॉ एलके कुंदन, डॉ अमल चौधरी, डॉ एसएम अब्बास, डॉ जीके सिंह, डॉ राजेंद्र भारती, डॉ केडी शर्मा, डॉ जीसी बास्के, डॉ एसपी लोहरा, डॉ राहुल सिंह, डॉ जानकी नंदन, डॉ रणविजय आदि उपस्थित थे.