Advertisement
मुफ्त हो गयी जांच, पर मरीजों से लिये जा रहे पैसे
रांची : रिम्स प्रबंधन भले ही मरीजों की सुविधा के लिए नयी व्यवस्थाएं तैयार करता हो, लेकिन उसका ठीक ढंग से अनुपाल नहीं हो पाता है. रिम्स प्रबंधन ने 250 रुपये तक की सभी तरह की जांच मुफ्त कर दी है, लेकिन मरीजों को अब भी पैसे देकर ही जांच करनी पड़ रही है. मंगलवार […]
रांची : रिम्स प्रबंधन भले ही मरीजों की सुविधा के लिए नयी व्यवस्थाएं तैयार करता हो, लेकिन उसका ठीक ढंग से अनुपाल नहीं हो पाता है. रिम्स प्रबंधन ने 250 रुपये तक की सभी तरह की जांच मुफ्त कर दी है, लेकिन मरीजों को अब भी पैसे देकर ही जांच करनी पड़ रही है. मंगलवार को एक ऐसा ही मामला सामने आया.
रातू रोड निवासी रीबोनिया देवी को चिकित्सकों ने सीबीसी और ब्लड शुगर जांच कराने की सलाह दी. जानकारी के अभाव में महिला के परिजन कैश काउंटर पर परची बनवाने चले गये. वहां कार्यरत कर्मचारी ने परिजन से सीबीसी के लिए 20 रुपये और शुगर के लिए 25 रुपये ले लिया. रिम्स के कैश काउंटर से महिला को इनवाइस नंबर 570333 एवं 570334 की परची जारी की गयी.
कैश काउंटर के कर्मचारी को पता ही नहीं
रिम्स प्रबंधन द्वारा 250 रुपये तक की जांच मुफ्त किये जाने की सूचना माइक्रोबोयाेलॉजी, पैथोलॉजी एवं बायोकेमेस्ट्री विभाग को दी जा चुकी है. साथ ही सेंट्रल पैथोलॉजी और कैश काउंटर को इसके बारे में सूचित किया जा चुका है. इसके बावजूद कैश काउंटर के कई कर्मचारियों को इसकी जानकारी नहीं है. ऐसे में ग्रामीण इलाकों से आये अनपढ़ लाेग अब भी पैसा दे कर जांच कराने काे विवश है.
250 रुपये तक की जांच तो मुफ्त होनी है. इसके बावजूद अगर इसके लिए पैसे लिये जा रहे हैं, तो यह गलत है. कैश काउंटर के कर्मचारियों को दोबारा स्पष्ट निर्देश दिया जायेगा कि 250 रुपये तक की जांच की परची किसी भी हाल में जारी नहीं किया जाये.
डॉ गोपाल श्रीवास्तव, उपाधीक्षक रिम्स
कल रिम्स की व्यवस्था देखेगी मरीजों को खाना देनेवाली आउटसोर्सिंग एजेंसी
रांची. मरीजों के गुणवत्तापूर्ण और हाइजिनिक खाना मुहैया कराने के लिए एजेंसी प्राइम सर्विसेज शुक्रवार को रिम्स की व्यवस्था का जायजा लेगी. रिम्स निदेशक के निर्देश पर एजेंसी के संचालक और अधिकारी अस्पताल के किचन और मरीजों के भोजन वितरण का खाका तैयार करेंगे. इसके बाद रिम्स निदेशक के साथ बैठक करेंगे. मरीजों को सुबह, दोपहर और रात के खाना मुहैया कराने की व्यवस्था के बारे में निदेशक को जानकारी दी जायेगी.
अगर एजेंसी को लगेगा कि वर्तमान व्यवस्था में किसी प्रकार के परिवर्तन की जरूरत है, तो वह प्रबंधन को अपना सुझाव देगी. रिम्स के निदेशक डॉ बीएल शेरवाल ने कहा कि एजेंसी को यह स्पष्ट निर्देश दिया जायेगा कि निविदा में जो मानक निर्धारित किये गये हैं, उनका अनुपालन किया जाये. मरीजों से किसी प्रकार की शिकायत नहीं आनी चाहिए.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement