श्री सहाय ने कहा कि सरहुल की झांकी में सीएनटी-एसपीटी एक्ट के विरोध में आदिवासी समाज ने अपना संदेश दिया है़ पूरा झारखंड इस संशोधन को नकार चुका है़ सरहुल का जुलूस चेतावनी की अंतिम घंटी है़ ग्रास रूट में इसका विरोध हो रहा है़ प्रकृति की पूजा के नाम पर हजारों आदिवासियों ने अपनी जमीन बचाने के लिए सरकार से गुहार लगायी है़.
सरकार को खुली आंख से सबकुछ देखना चाहिए़ कांग्रेस नेता ने कहा कि सरहुल में भाजपा के नेता चेहरा छिपा रहे हैं. कहीं कोई दिख नहीं रहा है़ इनको भय सता रहा है कि विरोध हो जायेगा़ उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि आजादी के समय गणपति की पूजा और धार्मिक आयोजन में देश को गुलामी से मुक्त करने के लिए गोलबंदी होती थी़ आज सरहुल में वही इतिहास दुहराया गया है़ आदिवासी समाज अपनी जमीन बचाने के लिए एकजुट हुआ़ कांग्रेस नेता विनय सिन्हा दीपू ने भी सरकार को आदिवासियों का संदेश समझने की बात कही है़