सम्मानित अतिथि के रूप में रांची वेटनरी कॉलेज के पूर्व डीन डाॅ संत कुमार सिंह उपस्थित थे. वे सिन्नी के साथ पिछले दो साल से मिशन प्रोग्राम के अंतर्गत सलाहकार के रूप में जुड़े हुए हैं. उन्होंने सिन्नी के काम की सराहना करते हुए बताया की बकरी और सूअर पालन यहां के किसान आसानी से लखपति बन सकते हैं. मालूम हो कि सिन्नी की अोर से 2015 अप्रैल से यह योजना शुरू की गयी है. 2020 तक 28,000 जनजातीय किसान परिवारों को अपरिवर्तनीय रूप से गरीबी चक्र से बाहर निकाल कर लखपति बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. संचालन प्रसन्ना मोदक व धन्यवाद ज्ञापन टीम लीडर शिवदेंदु पाल ने किया. कार्यक्रम में इस क्षेत्र के कई विशेषज्ञ ने अपनी बात रखी.
बसंती टुडू, लेदापेशा, पालोजोरी
दीपावली धिवार, सुरगी
दिग्गी मुर्मू, स्वर्गछिरा
छन्ना देवी, घोरसरा
गीता देवी, बांदा
बाहा मुर्मू, लेदापेशा, पालोजोरी
बसंती मुंडा, तेतुलडोगा
सरस्वती महतो, मकड़ी
अनीता बेसरा, असना
सलोमी नाग, लुपुंगडीह
एलोना नाग, दिगडी
बेबी देवी चनारो, हजारीबाग.