झामुमो नेता श्री सोरेन मंगलवार को अपने आवास में पत्रकारों से बात कर रहे थे़ उन्होंने कहा कि ग्लोबल समिट में जाने का निमंत्रण मिला है, लेकिन वह कार्यक्रम में नहीं जायेंगे़ राज्य के गरीब, आदिवासी, मूलवासी, दलित और अल्पसंख्यक आतंकित हैं. मुख्यमंत्री शासक के रूप में नहीं, बल्कि पूंजीपतियों के संरक्षक के रूप में काम कर रहे है़ं कार्यक्रम से पहले सरकार ने धारा 144 लगा दी है़.
पुलिस-प्रशासन के माध्यम से लोगों को आतंकित किया जा रहा है़ सरकार ने कहा है कि पूंजीपतियों के लिए वह खुद जमीन अधिग्रहित करेगी़ श्री सोरेन ने कहा कि यह सरकार हाथी उड़ाने का कार्यक्रम कर रही है़ पूंजीपतियों की सुरक्षा में करोड़ों खर्च किये जा रहे हैं, लेकिन राज्य में हत्या, लूटपाट, दुष्कर्म की घटनाएं रोज हो रही हैं. श्री सोरेन ने कहा कि वह विकास के विरोधी नहीं हैं, लेकिन सरकार के तरीके पर एतराज है़.