रांची : पशुपालन विभाग में न निदेशक है और न ही क्षेत्रीय निदेशक. विभाग के सभी शीर्ष पद खाली हैं. किसी भी पदाधिकारी को इन शीर्ष पदों का प्रभार भी नहीं दिया गया है. यह स्थिति करीब 20 दिनों से बनी हुई है. ऐसा पशुपालन विभाग के चिकित्सकों को राज्य गठन के बाद पहली बार प्रोन्नति दिये जाने के कारण हुआ है. प्रमोशन देने से पहले बेसिक कैडर के ही अधिकारियों को अपने वेतनमान में महत्वपूर्ण (शीर्ष) पद मिला हुआ था. बेसिक कैडर से द्वितीय प्रोन्नति स्तर के पद पर प्रोन्नति दिये जाने के बाद तृतीय प्रोन्नति स्तर के सभी पद रिक्त हो गये हैं.
सरकार चाहती तो पूर्व की कार्यकारी व्यवस्था के तहत वेतनमान में वरीयता के आधार पर किसी पदाधिकारी को प्रभार दे सकती थी. डॉ रजनीकांत तिर्की को कोर्ट के निर्णयों के आलोक में निदेशक, पशुपालन का प्रभार मिला हुआ था. वह भी बेसिक कैडर के अधिकारी थे. प्रमोशन के बाद उनको उप निदेशक सूकर विकास के पद पर पदस्थापित कर दिया गया, परन्तु निदेशक के पद के प्रभार के लिए अधिसूचना में कोई स्पष्ट निर्देश निहित नहीं है.
विभाग में तृतीय स्तर के कुल 15 पद हैं. जिनके रिक्त होने की वजह से विभाग के विकास कार्यों में शिथिलता आ गयी है. कई महत्वपूर्ण काम प्रभावित हो रहे हैं. अधिकारियों को स्थानांतरित किये जाने से कई स्थानों पर निकासी व्ययन पदाधिकारी का पद रिक्त हो गया है. इससे अधीनस्थ पदाधिकारी व कर्मचारियों का वेतन भी अवरुद्ध हो गया है. कई क्षेत्रीय कार्यालयों ने निविदा निकाली थी, उस पर अंतिम निर्णय नहीं हो पाया है. मुख्यालय में निदेशक का पद रिक्त रहने के कारण खर्च और कार्यों का अनुश्रवण कार्य भी बाधित हो गया है. वित्तीय वर्ष का समापन नजदीक है, ऐसे में सरकार की उदासीनता समझ से परे है.
निदेशक के अतिरिक्त जो पद हो गये हैं खाली
संयुक्त निदेशक, कुक्कुट. क्षेत्रीय निदेशक ( रांची, पलामू, चाईबासा, हजारीबाग, दुमका). संयुक्त निदेशक कुक्कुट प्रक्षेत्र (रांची व बोकारो). निदेशक, पशु स्वास्थ्य एवं उत्पादन संस्थान. सूकर विकास पदाधिकारी. महाप्रबंधक, बेकन फैक्टरी, महाप्रबंधक, होटवार. मुख्य अनुदेशक, गौरीयाकरमा. परियोजना पदाधिकारी, चतरा प्रक्षेत्र एवं क्षेत्रीय संयुक्त निदेशक, द छोटानागपुर.
प्रमंडल के वरीय को दिया जायेगा प्रभार
विभाग ने सभी प्रमंडलों के वरीय पशु चिकित्सकों को क्षेत्रीय निदेशक का प्रभार देने का प्रस्ताव तैयार किया है. इसे स्वीकृति के लिए भेजा गया है. निदेशक का प्रभार डॉ रजनीकांत तिर्की को दिया जायेगा. विभाग में सबसे वरीय होने के कारण डॉ तिर्की को निदेशक बनाने का प्रस्ताव है. वैसे निदेशक पद पर नियमित नियुक्ति के लिए पशुपालन विभाग ने झारखंड लोकसेवा आयोग को अधियाचना भी भेजी है.