स्कूल के बच्चे बड़े-बड़े पदों पर हैं. शिक्षा के अलावा खेलकूद में भी जेवीएम श्यामली के विद्यार्थियों का कोई सानी नहीं है. उन्होंने स्कूल को एक सरकारी स्कूल को गोद लेने की बात कही. कहा कि छात्र गरीब बच्चों को साक्षर करें, तभी समाज में बदलाव आयेगा. प्राचार्य एके सिंह ने कहा कि स्कूल के लिए गोल्डेन जुबली बहुत बड़ी उपलब्धि है. स्कूल ने इस दौरान चार हजार से अधिक इंजीनियर, 400 से अधिक डॉक्टर, 100 से अधिक जज व वकील, खेल में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान सहित कई आइएएस व आइपीएस दिये हैं.
उन्होंने विद्यार्थियों से आकाश से भी ऊंची उड़ान भरने की बात कही. कहा कि सपने हर कोई देखता है, लेकिन जो मेहनत करता है, वही अपने सपनों को साकार करता है. कार्यक्रम में जैप वन के जवानों ने आरकेस्ट्रा तथा कवयित्री सारिका भूषण ने शहीदों की कुर्बानियों पर कविता पाठ किया. पूर्ववर्ती छात्रों ने पहली बार हुआ तुमसे प्यार…, गुलाबी आंखें जो तेरी देखी…, चुरा लिया है तुुमने जो दिल को…, मुझे क्या पता दिलरूबा कैसी मिलेगी…. आदि गीत प्रस्तुत किया. वहीं स्कूल के छात्रों ने रंग लो-रंग लो…., मैं वारी मेरी सोनिये… गीत पर नृत्य किया. दिन भर मेले में बच्चों ने मस्ती की.