13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

चुनाव में पस्त, पार्टी नेताओं की दरबारी में मस्त

कैंपस से दूर हुए है एनएसयूआइ के छात्र नेता, कांग्रेस भवन तक सिमटा है संगठन, पार्टी के बड़े नेताओं ने भी पॉकेट की संस्था बनायी रांची : राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालय के कॉलेजों में चल रहे छात्र संघ चुनाव में कांग्रेस का छात्र संगठन नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआइ) बुरी तरह पिट गया़ रांची, […]

कैंपस से दूर हुए है एनएसयूआइ के छात्र नेता, कांग्रेस भवन तक सिमटा है संगठन, पार्टी के बड़े नेताओं ने भी पॉकेट की संस्था बनायी
रांची : राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालय के कॉलेजों में चल रहे छात्र संघ चुनाव में कांग्रेस का छात्र संगठन नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआइ) बुरी तरह पिट गया़ रांची, विनोवा भावे, सिदो-कान्हो, कोल्हान और नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के कई कॉलेजों में एनएसयूआइ का खाता नहीं खुला़
कभी राजधानी रांची में छात्र संगठन के रूप में अग्रणी भूमिका निभानेवाले एनएसयूआइ समर्थित एक भी प्रतिनिधि 18 कॉलेजों में नहीं जीते. विभिन्न छात्र संगठन जीते हुए प्रतिनिधियों पर अपना-अपना दावा कर रहे हैं, लेकिन एनएसयूआइ एक भी चुनाव जीत कर आये प्रतिनिधि पर अपना दावा करने की स्थिति में नहीं है़ छात्र राजनीति में दखल रखने वाला एनएसयूआइ अब कांग्रेस भवन तक सिमट कर रह गया है़ छात्र नेताओं को कैंपस और छात्र समस्याओं से लेना-देना नहीं है़ एनएसयूआइ के छात्र नेता पार्टी के बड़े नेताओं की दरबारी में मस्त रहते है़ं छात्र राजनीति से ही पार्टी की लॉबिंग में व्यस्त रहते है़ पार्टी के बड़े नेताओं ने भी छात्र संगठन को अपने पॉकेट की संस्था बना लिया है़
कैंपस में छात्र नेताओं की मौजूदगी नहीं रहती है. वहीं पार्टी के चंद बड़े नेताओं के जिंदाबाद और झंडा उठाने का काम कर रहे है़ं झारखंड से एनएसयूआइ के राष्ट्रीय संगठन में भी प्रतिनिधि है़ं कुमार राजा झारखंड से केंद्रीय टीम में उपाध्यक्ष है़ं छात्र नेता कुमार रोशन को राष्ट्रीय प्रतिनिधि बनाया गया है़ केेंद्रीय नेताओं ने यहां के छात्रों को मौका दिया, लेकिन अपने ही राज्य में संगठन खड़ा करने की स्थिति में नहीं है़ं
राहुल गांधी की प्राथमिकता में है एनएसयूआइ और युवा कांग्रेस
कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी संगठन को मजबूत करने में लगे है़ं एनएसयूआइ और युवा कांग्रेस को फोकस किया है़ ग्रास रूट से संगठन को खड़ा करने के लिए इन दाेनों संगठनों को मजबूत करना चाहते है़
एनएसयूआइ और युवा कांग्रेस में श्री गांधी की पहल पर ही पदाधिकारी चयन के लिए चुनावी प्रक्रिया शुरू की़ नये चेहरा को मौका देना चाहते है, लेकिन पार्टी के कुछ नेताओं ने ही इन संगठनों में अपनी पैठ बनाने के लिए सिस्टम तोड़ा़ अपने-अपने चहेते छात्र और युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए लॉबिंग की़
एनएसयूआइ से केंद्र और प्रदेश में कई नेताओं ने बनायी जगह
कांग्रेस में एनएसयूआइ के माध्यम से राजनीति में प्रवेश करनेवाले कई लोगों ने महत्वपूर्ण जगह बनायी है़ कांग्रेस की राजनीति में ऐसे लोगों का आज भी महत्वपूर्ण स्थान है़ गुलाम नबी आजाद, अशोक गहलौत, दिग्गविजय सिंह, अशोक तंवर, मिनाक्षी नटराजन सहित कई नामी-गिरामी नेता छात्र संगठन के सहारे आगे बढ़े़ प्रदेश में आलोक कुमार दुबे, सुरेंद्र सिंह सहित कई चेहरे है़ं
छात्र संघ चुनाव में सरकारी तंत्र का दुरुपयोग हुआ है
कहीं ना कहीं संगठन कमजोर है, लेकिन चुनाव में सरकारी तंत्र का दुरुपयोग हुआ है़ सरकार ने एक रणनीति के तहत अचानक चुनाव कराया़ एनएसयूआइ का संगठन चुनाव भी चल रहा है़
उसको लेकर भी छात्र व्यस्त है़ं कॉलेजोें में हमारा संगठन बन ही रहा था़ मैं इस बात से इंकार करता हूं कि संगठन कांग्रेस भवन तक ही है और नेताओं ईदगिर्द घूमा करता है़ पार्टी नेताओं ने छात्र संगठन को लेना-देना नहीं है़
कुमार राजा, एनएसयूआइ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
छात्र संगठन को मजबूत करने की आवश्यकता है
छात्र संगठन कमजोर होगा, तो पार्टी की विचारधारा कमजोर होगी़ पार्टी कमजोर होगी़ छात्र इसकी मजबूत कड़ी है़ं छात्र संघ का जो परिणाम आया है, वह चिंताजनक है़ एनएसयूआइ की अपनी विशिष्ट पहचान रही है़ छात्र संगठन को मजबूत करने की जरूरत है़
कैंपस के साथ जुड़ कर काम करने का समय आया है़ एनएसयूआइ को लेकर सभी स्तर पर गंभीरता की जरूरत है़
आलोक कुमार दुबे (आठ वर्षों तक एनएसयूआइ के प्रदेश अध्यक्ष रहे)

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें