-संस्कार एक प्रक्रिया, पाने में लगता है समय
रांचीः बनारस हिंदू यूनिवसिर्टी के पूर्ववर्ती छात्रों का मिलन समारोह रविवार को मेकन कम्यूनिटी हॉल, श्यामली में संपन्न हुआ. फाउंडर्स डे के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में बिलासपुर सेंट्रल यूनिवर्सिटी के प्रो वीसी डॉ पीएस उपाध्याय ने प्रथम मालवीय मेमोरियल लेर दिया. उन्होंने कहा कि बचपन में मिला माहौल ही भावी पीढ़ी के निर्माण में सबसे महत्वपूर्ण भमिका निभाता है. महामना मालवीय के परिवार का माहौल आध्यात्मिक था. पिता कथावाचक थे. इस माहौल ने उनके व्यक्तित्व पर काफी प्रभाव डाला. वे भविष्यद्रष्टा भी थे.
डॉ उपाध्याय ने कहा कि संस्कार एक प्रक्रिया है, जिसे पाने में समय लगता है. समाज में अच्छे आदर्श की जरूरत होती है. उन्होंने कहा कि पं मदन मोहन मालवीय यह जानते थे कि एक दिन भारत को आजादी अवश्य हासिल होगी और तब देश को अच्छे वैज्ञानिक, शिक्षण संस्थान आदि की जरूरत होगी. उन्होंने उस समय ही इनकी उपलब्धता के लिए प्रयास शुरू कर दिये थे. मिलन समारोह में मेकन के सीएमडी एके त्यागी, इडी (एचआरडी) एमटीआई सेल एमआर पांडा, इडी (एसएसओ) सेल बीबी मिश्र, 1960 बैच के पासआउट आरएस रूंगटा, एनसी मिश्र और 120 पूर्ववर्ती छात्र सपरिवार मौजूद थे.