भारत सरकार ने इस क्षेत्र के लिए महत्वाकांक्षी योजना तैयार की है. क्षमता को सन 2022 तक 60 जीडब्ल्यू तक ले जाना है. श्री घोष ने कहा कि पूर्व में स्काई विंड के दल द्वारा एचइसी के प्लांटों का भ्रमण कर एचइसी को इसके लिए उपयुक्त एवं सक्षम पाया है. स्काई विंड इस क्षेत्र में अनुभवी कंपनी है व 3.4 मेगावट क्षमता के पवन ऊर्जा मिल की स्थापना में विशेषज्ञता हासिल है. एमओयू पर एचइसी के सीएमडी अभिजीत घोष व जर्मनी की ओर से पीटर कॉक ने हस्ताक्षर किया. मौके पर एचइसी के वरीय अधिकारी व जर्मन कंपनी के प्रबंध निदेशक जोसेफ क्लेस, भारतीय प्रतिनिधि पुष्पिंदर सिंह चोपड़ा उपस्थित थे.
BREAKING NEWS
पवन ऊर्जा उपकरण बनायेगा एचइसी
रांची: एचइसी और जर्मन कंपनी स्काई विंड के बीच मंगलवार को एचइसी मुख्यालय में एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया. इस बाबत एचइसी के सीएमडी अभिजीत घोष ने कहा कि आनेवाले दिनों में देश में पवन ऊर्जा के स्थापना और विकास की असिमित संभावनाएं है. उन्हीं को देखते हुए जर्मन कंपनी के साथ एमओयू किया गया […]
रांची: एचइसी और जर्मन कंपनी स्काई विंड के बीच मंगलवार को एचइसी मुख्यालय में एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया. इस बाबत एचइसी के सीएमडी अभिजीत घोष ने कहा कि आनेवाले दिनों में देश में पवन ऊर्जा के स्थापना और विकास की असिमित संभावनाएं है. उन्हीं को देखते हुए जर्मन कंपनी के साथ एमओयू किया गया है.
श्री घोष ने कहा कि समझौते के तहत अंतर्गत एचइसी पवन ऊर्जा से संबंधित उपकरणों का उत्पादन एवं पवन ऊर्जा मिल की स्थापना करेगी. इन उपकरणों के उत्पादन-स्थापना से बिल्कुल स्वच्छ ऊर्जा का उत्पादन संभव हो सकेगा. उन्होंने बताया कि भारत पवन ऊर्जा के उत्पादन में विश्व में चौथा स्थान है. वर्तमान में इसकी क्षमता लगभग 27,000 मेगावाट है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement