पिस्कानगड़ी: नगड़ी के चेटे रूगड़ीटोली गांव में समारोह में पारंपरिक विधि-विधान से नवस्थापित सिंगबोंगा (शिलपट) की पूजा-अर्चना की गयी. कार्यक्रम का आयोजन 22 पड़हा सांगा जतरा ने किया था. मौके पर एक विशाल जतरा भी लगा, जिसमें आसपास के ग्रामीण परंपरागत वेश में नृत्य-गान करते हुए पहुंचे.
समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री बंधु तिर्की ने कहा कि अपनी भाषा, संस्कृति व जमीन की रक्षा के लिए युवाओं को आगे आना होगा. हमारी संस्कृति, रोजगार और जमीन पर कुछ गलत लोगों की नजर गड़ी है. इसे आपसी एकता और सहयोग से ही बचाया जा सकता है.
उन्होंने राज्य सरकार की निंदा करते हुए कहा सीएनटी में बदलाव कर सरकार हमारी जमीन हड़पना चाहती है. आदिवासी युवाओं को जमीन बंधक लेकर कर्जदार बनाना चाहती है. मौके पर विशिष्ट अतिथि आदिवासी सेना के केंद्रीय महासचिव प्रभु दयाल बड़ाइक, उपाध्यक्ष चिल्गु कच्छप, चेटे मुखिया अजय कच्छप, प्रेम उरांव, मनोज धान, सत्यम कच्छप, संतोष तिर्की, अनीता देवी (मुखिया) शिवनाथ सांगा, धनकुंवर गाड़ी, अजीत सांगा, भोला मुंडा, जयंत कच्छप, प्रेम मुंडा, बिमल तिर्की, कृष्णा मुंडा, शिवचरण मुंडा, निकोलस एक्का, झरिया उरांव, जीता कच्छप, दुलाल मुंडा, बहादुर मुंडा व अन्य उपस्थित थे. कार्यक्रम में झारखंड क्षेत्रीय पड़हा समिति हटिया रांची का भी सराहनीय योगदान रहा.