उन्होंने कहा कि आगामी पांच वर्षों में 20 लाख युवाअों को रोजगार कौशल प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया है. कौशल प्रशिक्षण के बाद कम-से-कम 50 प्रतिशत प्रशिक्षणार्थियों को प्लेसमेंट की गारंटी व झारखंड कौशल विकास मिशन द्वारा स्वरोजगार में सहयोग भी किया जायेगा. उन्होंने कहा कि स्वरोजगार से जुड़े अकुशल व अर्द्धकुशल युवाअों को आरपीएल के तहत प्रशिक्षण एवं प्रमाणीकरण, स्वरोजगार व उद्यमिता को प्रोत्साहन के साथ प्रशिक्षण कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए अलग-अलग ट्रेनिंग कार्यक्रम चलाया जा रहे हैं.
एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि कौशल प्रशिक्षण के लिए राज्य के सभी जिलों में मेगा स्कील सेंटर की स्थापना, राज्य के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में कौशल प्रशिक्षण की शुरुआत करना, राज्य के आठ जिलों में भारी मोटर वाहन प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना होगी. श्रोताअों के सवाल के जवाब में मिशन निदेशक ने बताया कि कौशल विकास व उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी किये गये कॉमन कॉस्ट नॉर्म्स के अनुसार कौशल विकास प्रशिक्षण विभिन्न ट्रेडों में कम से कम 200 घंटे के लिए आयोजित किया जाता है. झारखंड के 18 से 35 साल के सभी युवक/युवतियां व बेरोजगार लाभ ले सकते हैं. कौशल विकास प्रशिक्षण राज्य सरकार द्वारा नि:शुल्क प्रदान की जायेगी. प्रशिक्षण के लिए राज्य प्रायोजित कौशल विकास प्रशिक्षण योजना के लिए राज्य के हुनर पोर्टल (www.hunar.jharkhand.gov.in) में रजिस्टर कर सकते हैं. जिला कौशल पदाधिकारी से भी संपर्क कर सकते हैं. श्री रंजन ने बताया कि युवाअों को आयरन एंड स्टील, रिटेल, टूरिज्म, प्लंबिंग आदि का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है.