यह आयोजन रघुवर सरकार के विरोध में किया जा रहा है. मंगलवार को माले कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में यह जानकारी राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद, विधायक राजकुमार यादव व पूर्व विधायक विनोद सिंह ने दी. उन्होंने कहा कि माले को राज्य सरकार से उम्मीद समाप्त हो गयी है. इस कारण पूरे राज्य में रघुवर हटाओ, झारखंड बचाओ नारे के साथ यात्रा चल रही है. यह 15 को सभा के रूप में परिवर्तित होगी. उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ आंदोलन गोला, बड़कागांव, बालूमाथ, सोयको, जामताड़ा आदि घटना के विरोध में हो रहा है.
स्थानीयता और सीएनटी एक्ट में छेड़छाड़ भी एक मुद्दा है. उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार दमनकारी हो गयी है. जनता भी सड़कों पर उतरने लगी है. सरकार पिछले दरवाजे से अपने एजेंडे लागू करना चाह रही है. आदिवासी, छात्रों व किसानों के खून पर उद्योगपतियों के लिए कालीन बिछाया जा रहा है. सरकार जन आकांक्षा के खिलाफ काम कर रही है. लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन हो रहा है. इसका विरोध होगा.