Advertisement
कोल इंडिया की सभी कंपनियां लक्ष्य से पीछे
रांची: कोल इंडिया की सभी कंपनियां उत्पादन लक्ष्य से पीछे चल रही है. अक्तूबर माह तक कोल इंडिया का उत्पादन अच्छा नहीं है. अक्तूबर माह में भी किसी कंपनी ने लक्ष्य से अधिक उत्पादन नहीं किया है. कोयला मंत्रालय ने कोल इंडिया को अक्तूबर माह तक 307 मिलियन टन उत्पादन का लक्ष्य दिया था. इसकी […]
रांची: कोल इंडिया की सभी कंपनियां उत्पादन लक्ष्य से पीछे चल रही है. अक्तूबर माह तक कोल इंडिया का उत्पादन अच्छा नहीं है. अक्तूबर माह में भी किसी कंपनी ने लक्ष्य से अधिक उत्पादन नहीं किया है. कोयला मंत्रालय ने कोल इंडिया को अक्तूबर माह तक 307 मिलियन टन उत्पादन का लक्ष्य दिया था. इसकी तुलना में कंपनी ने 273.57 मिलियन टन उत्पादन किया. झारखंड में संचालित दो कंपनियां बीसीसीएल और सीसीएल की स्थिति भी अच्छी नहीं है. वित्तीय वर्ष के शुरुआती साल के कुछ महीनों में सीसीएल ने अच्छा उत्पादन किया.
अप्रैल से अक्तूबर माह तक सीसीएल ने 28.12 मिलियन टन उत्पादन किया है, जबकि कंपनी को 30.35 मिलियन टन उत्पादन का लक्ष्य मिला हुआ है. यह उत्पादन तय लक्ष्य का 93 फीसदी ही है. कोल इंडिया की अन्य कंपनियों की स्थिति सीसीएल से भी खराब है. सबसे खराब स्थिति डब्ल्यूसीएल की है. डब्ल्यूसीएल ने तय लक्ष्य का मात्र 78 फीसदी ही उत्पादन किया है.
अक्तूबर माह में सभी कंपनियों की स्थिति खराब : अक्तूबर माह में कोल इंडिया की सभी कंपनियां उत्पादन लक्ष्य से पीछे हैं. इसीएल, बीसीसीएल और एसइसीएल को छोड़ किसी भी कंपनी ने तय लक्ष्य का 90 फीसदी भी उत्पादन नहीं किया है. सीसीएल का अक्तूबर माह का उत्पादन लक्ष्य 5.20 मिलियन टन था. इसकी तुलना में 4.48 मिलियन टन कोयले का उत्पादन हुआ. बीसीसीएल को 3.08 मिलियन टन उत्पादन लक्ष्य मिला था, इसकी तुलना में कंपनी ने 2.89 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement