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1.23 लाख बकाया टैक्स को 21.64 हजार में बदला

रांची : परिवहन विभाग के ऑनलाइन पेमेंट सर्वर में छेड़छाड़ कर टैक्स चोरी करने का मामला सामने आया है. हजारीबाग निवासी अविनाश की 53 सीट की बस (जेएच-2 एक्स-7359) पर 21 माह (16 फरवरी 2015 से 15 नवंबर 2016) का 1.23 लाख रुपये का टैक्स बकाया था. इसमें रोड टैक्स के 21,365 रुपये व अतिरिक्त […]

रांची : परिवहन विभाग के ऑनलाइन पेमेंट सर्वर में छेड़छाड़ कर टैक्स चोरी करने का मामला सामने आया है. हजारीबाग निवासी अविनाश की 53 सीट की बस (जेएच-2 एक्स-7359) पर 21 माह (16 फरवरी 2015 से 15 नवंबर 2016) का 1.23 लाख रुपये का टैक्स बकाया था. इसमें रोड टैक्स के 21,365 रुपये व अतिरिक्त रोड टैक्स के 1,02,102 रुपये शामिल थे.

एजेंट ने परिवहन विभाग के ऑनलाइन पेमेंट गेट-वे पर जाकर सिर्फ 21,642 रुपये का भुगतान किया और बकाया क्लियर हो गया. भुगतान एक अक्तूबर 2016 को दिन के 2.45 बजे किया गया. रसीद का नंबर-एल 1511070533 है. इसके कुछ घंटे बाद शाम 05.45 बजे इसी बस का 16 नवंबर 2016 से 15 फरवरी 2017 की अवधि का रोड टैक्स 6,414 रुपये भुगतान किया गया. बस मालिक ने मामले की जानकारी हजारीबाग की सदर पुलिस को दी है. इस प्रकरण में ऑनलाइन सिस्टम से जुड़े लोगों के शामिल होने की आशंका है.

ऐसे हो रहा है खेल : साइबर विशेषज्ञों के अनुसार, एप्लीकेशन और सर्वर में प्रवेश कर कोई भी व्यक्ति यह काम कर सकता है. परिवहन विभाग के पेमेंट गेट-वे के सर्वर में प्रवेश करने के बाद किसी भी बकाया टैक्स की राशि को शून्य भी बनाया जा सकता है या पूरा भुगतान दिखा कर रसीद जेनरेट कर दिया जाता है. बस नंबर (जेएच-02एक्स-7359) के मामले में एक जानकार ने बताया कि, इसकी सीट की संख्या को कम करके पहले बकाया टैक्स की राशि कम की गयी, फिर ऑनलाइन भुगतान करने के बाद सीट संख्या को पहले की तरह 53 बना दिया गया. इस कारण साइट पर कोई बकाया नहीं दिख रहा.
रोड टैक्स की चोरी
झारखंड परिवहन विभाग ने व्यावसायिक वाहनों का रोड टैक्स समेत अन्य टैक्स का भुगतान ऑनलाइन शुरू किया है. आशंका है कि सर्वर, ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम और कुछ ट्रांसपोर्टरों का बड़ा गिरोह सर्वर में छेड़छाड़ कर रहा है. इससे सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है. इस मामले की जानकारी देने के बाद परिवहन विभाग के संयुक्त परिवहन आयुक्त अंजनी कुमार दुबे ने जांच कराने की बात कही है.

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