कई दीपिका, झानो, धौनी निकलेंगे झारखंड से

राज्यपाल द्रौपदी मुरमू ने किया होटवार स्थित खेल अकादमी का निरीक्षण, कहा रांची : झारखंड के 12 जिलों से चयनित 78 बच्चों को सीसीएल खेलकूद का प्रशिक्षण दे रहा है. इनके रखरखाव की जानकारी लेने मंगलवार को राज्यपाल द्रौपदी मुरमू खुद होटवार स्थित खेल अकादमी गयीं. वहां बच्चों के रहन-सहन और खान-पान के बारे में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 26, 2016 7:49 AM
राज्यपाल द्रौपदी मुरमू ने किया होटवार स्थित खेल अकादमी का निरीक्षण, कहा
रांची : झारखंड के 12 जिलों से चयनित 78 बच्चों को सीसीएल खेलकूद का प्रशिक्षण दे रहा है. इनके रखरखाव की जानकारी लेने मंगलवार को राज्यपाल द्रौपदी मुरमू खुद होटवार स्थित खेल अकादमी गयीं. वहां बच्चों के रहन-सहन और खान-पान के बारे में जानकारी ली.
इस मौके पर बच्चों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि झारखंड के लोगों के जीन में ही खेलकूद है. बस इनको सहयोग करने की जरूरत है. इस तरह के प्रयास झारखंड के साथ-साथ देश का नाम रौशन करोंगे. आनेवाले कुछ वर्षों में यहां से कई दीपिका, झानाे और धौनी निकलेंगे. इन बच्चों को देख कर अभी से सपना देखने का मन करने लगा है. सरकार को गांव स्तर पर खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रयास करना चाहिए. खेल में लगे बच्चों के अच्छे खान-पान के बारे में सोचना चाहिए.
2018 तक शुरू हो सकती है यूनिवर्सिटी : अकादमी के प्रभारी सीसीएल से अधिकारी विक्रांत मल्हान ने कहा कि 2018 से यहां खेल यूनिवर्सिटी शुरू करने की योजना है. अभी यहां के बच्चों को 500 रुपये प्रतिमाह स्टाइपेंड भी दिया जा रहा है. यहां के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के कोच की खोज हो रही है.
दिसंबर से फिर शुरू होगा ट्रायल : सीसीएल के निदेशक कार्मिक आरएस महापात्र ने कहा कि इस अकादमी को कंपनी ने एक चुनौती के रूप में लिया है. अभी 12 जिलों से 78 बच्चे प्रशिक्षण ले रहे हैं. अगले साल के लिए ट्रायल दिसंबर माह से शुरू हो जायेगा. इस बार सभी 24 जिलों को कवर करने की योजना है. इसमें राज्य सरकार का भी सहयोग लिया जायेगा.
खेल से भी बढ़ता है तिरंगे का मान
राज्य के खेलकूद एवं कला संस्कृति विभाग के मंत्री अमर कुमार बाउरी ने कहा कि राष्ट्रीय खेल के बाद वर्ल्ड क्लास की यह आधारभूत संरचना खराब हो रही थी. सीसीएल के साथ मिलकर इसका उपयोग हो रहा है. यहां सभी जिलों के बच्चे आयेंगे. बच्चों को यह सोचना चाहिए कि केवल लड़ाई लड़ने से ही देश का मान नहीं होता है, खेल से भी तिरंगे का सम्मान होता है.
चार साल में 1500 बच्चों के प्रशिक्षण का लक्ष्य
खेल सचिव राहुल शर्मा ने कहा कि यहां के बच्चों को 2024 के ओलंपिक को लेकर तैयार किया जा रहा है. अभी 78 बच्चों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. चार साल में 1500 बच्चों को प्रशिक्षण से जोड़ने का लक्ष्य है. अभी नौ खेल का प्रशक्षिण दिया जा रहा है.

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