वे गुरुवार को चाईबासा स्थित समाहरणालय सभागार में 20 सूत्री व जिला योजना समिति की बैठक के बाद बोल रहीं थीं. शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार जिस तरह शिक्षकों को सहयोग कर रही है, उसी तरह शिक्षक भी सरकार के कार्य में सहयोग करें.
अगर शिक्षक सरकार के संयम की परीक्षा ले रहे हैं, तो सरकार भी चुप नहीं रहेगी. मंत्री ने बताया कि शिक्षकों के साथ पूर्व में हुए समझौते की अधिकांश मांगें झारखंड सरकार ने पूरी कर दी हैं. शेष मांगें केंद्र सरकार के हिस्से की हैं. सरकार ने शेष मांगों के लिए केंद्र सरकार के पास पत्र भेजा है. केंद्र सरकार के पास मामला अटका है. सारी बातें जानने के बाद हड़ताल कर शिक्षक सरकार को सहयोग नहीं कर रहे हैं.