इसमें कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की शिक्षिकाओं और कर्मियों को भी काम पर लौटने का आदेश दिया गया है. काम पर नहीं लौटनेवाले कर्मियों, शिक्षिकाओं को कार्यमुक्त कर दिया जायेगा. कार्यालय आदेश में कहा गया है कि शिक्षिकाएं और कर्मी 13 अक्तूबर से ही अनुपस्थित हैं. यह कर्तव्यहीनता और अनुशासनहीनता है.
इन शिक्षिकाओं को जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के कार्यालय में कल दोपहर तक योगदान देने को कहा गया है. जिला प्रशासन ने कार्य में व्यवधान उत्पन्न करने के दोषी वार्डन, कंप्यूटर आपरेटर सह लेखापाल के खिलाफ भी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को इनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के निर्देश भी दिये गये हैं. अनुपस्थित जिला के प्रखंड साधन सेवी, संकुल साधन सेवी (बीआरपी, सीआरपी) को भी 21 अक्तूबर तक जिला शिक्षा परियोजना कार्यालय में योगदान देने को कहा गया है. 19 अक्तूबर तक काम पर नहीं लौटनेवाले प्रखंड स्तरीय कर्मियों पर भी कार्रवाई की जायेगी.