-सतीश कुमार-
रांचीः आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा में गहमागहमी तेज हो गयी है. भाजपा की ओर से नेताओं के साथ-साथ पूर्व आइपीएस और आइएसएस अफसरों के नाम भी सामने आये हैं. प्रदेश भाजपा की ओर से गठित चुनाव समिति उम्मीदवारों के नाम पर मंथन में जुट गयी है. राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए दावेदारों के नाम पर विचार किया जा रहा है. चुनाव समिति को 20 फरवरी तक उम्मीदवारों के नाम तय कर रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को भेजना है. केंद्रीय नेतृत्व इस पर उम्मीदवारों के नाम पर अंतिम मुहर लगायेगा. फिलहाल जो स्थिति बन रही है, उसमें कई वर्तमान सांसदों के भी टिकट कट सकते हैं. लोकसभा चुनाव में पूर्व आइएएस और आइपीएस अफसरों ने टिकट की इच्छा जतायी है. धनबाद में विमल कीर्ति सिंह, पलामू में पूर्व डीजीपी वीडी राम, मुखत्यार सिंह के नाम सामने आये हैं.
लोकसभा सीट पर भाजपा के दावेदार
गोड्डा : निशिकांत दुबे वर्तमान सांसद हैं. प्रदेश स्तर के नेताओं से कटे रहते हैं. कार्यकर्ताओं से भी इनकी दूरी बनी हुई है. हालांकि, इन्हें केंद्रीय नेताओं का संरक्षण प्राप्त है.
दावेदार : निशिकांत दुबे, अभयकांत प्रसाद, अशोक भगत, राज पलिवाल.
राजमहल : यह सीट भाजपा की सीटिंग सीट है. वर्तमान सांसद देवीधन बेसरा को लेकर कार्यकर्ताओं में रोष है. ऐसे में इन्हें फिर से टिकट देने पर पार्टी विचार कर रही है.
दावेदार : देवीधन बेसरा, सोम मरांडी, ताला मरांडी.
दुमका : इस सीट पर झामुमो के शिबू सोरेन ने जीत दर्ज की थी. इन्होंने भाजपा के सुनील सोरेन को काफी कम मतों से पराजित किया था.
दावेदार : सुनील सोरेन व लुईस मरांडी.
कोडरमा : इस सीट पर झामुमो के बाबूलाल मरांडी ने जीत दर्ज की थी. इस बार उन्होंने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जतायी है. ऐसे में भाजपा इस सीट पर जीत सुनिश्चित करने के प्रयास में जुट गयी है. प्रदेश अध्यक्ष डॉ रवींद्र राय की दावेदारी सबसे प्रबल है.
दावेदार : डॉ रवींद्र राय, अमित यादव और लक्ष्मण स्वर्णकार.
गिरिडीह : इस सीट से भाजपा के रविंद्र पांडेय सांसद हैं. फिलहाल ये विवादों में घिरे हुए हैं. इन पर सवाल पूछने के नाम पर पैसा लेने के आरोप है. ऐसे में पार्टी इस सीट पर स्वच्छ छवि के उम्मीदवार को टिकट देना चाहती है.
दावेदार : रवींद्र पांडेय, छत्रु राम महतो, बिरंची नारायण, योगेश्वर प्रसाद बाटुल.
धनबाद : यह भाजपा की सीटिंग सीट है. सांसद पीएन सिंह हैं. हाल ही में वीआरएस लेनेवाले आइएएस अफसर विमल कीर्ति भी इस सीट से चुनाव लड़ने के लिए प्रयासरत हैं.
दावेदार : पीएन सिंह और विमल कीर्ति सिंह.
हजारीबाग : इस सीट पर वर्तमान सांसद यशवंत सिन्हा की दावेदारी प्रबल है. श्री सिन्हा पार्टी के कद्दावर नेताओं में से एक हैं. नरेंद्र मोदी के नजदीकी भी हैं. इन्हें आर्थिक दस्तावेज तैयार करने का भी कार्य सौंपा गया है.
दावेदार : यशवंत सिन्हा और यदुनाथ पाडेय.
चतरा : इस सीट पर इंदर सिंह नामधारी निर्दलीय सांसद के रूप में चुनाव जीते थे. श्री नामधारी भाजपा से संपर्क बना कर फिर से चुनाव लड़ना चाहते हैं. चुनाव जीतने के बाद से इन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से दूरी बनाये रखी. इनके पार्टी में आने से कार्यकर्ताओं की नाराजगी उभर कर सामने आयेगी.
दावेदार : सुनील सिंह, प्रदीप वर्मा, राजेंद्र प्रसाद साहू और सुधांशु सुमन.
लोहरदगा : भाजपा की सीटिंग सीट है. वर्तमान सांसद सुदर्शन भगत को लेकर जनता और कार्यकर्ताओं में उत्साह नहीं है. इनका सकारात्मक पक्ष है कि यह कभी विवादों में नहीं रहे हैं.
दावेदार : सुदर्शन भगत, अरुण उरांव, दिनेश उरांव, प्रो दुखा भगत.
पलामू : इस सीट पर झामुमो के कामेश्वर बैठा सांसद हैं. इन्होंने भाजपा के शीर्ष नेताओं से संपर्क किया था. हालांकि, इस सीट पर पूर्व डीजीपी वीडी राम को सशक्त दावेदार माना जा रहा है.
दावेदार : वीडी राम, पूर्व सांसद बृज मोहन राम और पूर्व आइएएस मुखत्यार सिंह (हालांकि, पार्टी में अभी नहीं हैं)
चाईबासा : इस सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी मधु कोड़ा सांसद हैं. इस सीट पर भाजपा की ओर से तीन लोग चुनाव लड़ने के लिए प्रयासरत हैं.
दावेदार : बड़कुंवर गगराई, लक्ष्मण गिलुवा और सुखराम उरांव.
जमशेदपुर : अजरुन मुंडा के सीट छोड़ने पर उप चुनाव में झाविमो के डॉ अजय कुमार सांसद बने. इस बार अजरुन मुंडा ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जतायी है. रघुवर दास लोकसभा को लेकर इच्छुक नहीं हैं.
दावेदार : आभा महतो, दिनेशानंद गोस्वामी, सरयू राय (कार्यकर्ताओं का एक वर्ग श्री राय को भी उम्मीदवार के रूप में देखना चाहता है)
रांची : इस सीट पर फिलहाल कांग्रेस के सुबोधकांत सहाय सांसद हैं. भाजपा की ओर से इस सीट पर रामटहल चौधरी की दावेदारी सख्त है. पार्टी राज्य में एक सीट कुरमी वर्ग को देना चाहती है. अमिताभ चौधरी को लेकर भी चर्चा है, लेकिन वह फिलहाल पार्टी के प्राथमिक सदस्य भी नहीं हैं.
दावेदार : रामटहल चौधरी, सीपी सिंह.
खूंटी : इस सीट पर भाजपा के कड़िया मुंडा सांसद हैं. श्री मुंडा का नाम पार्टी के सुलझे हुए नेताओं में आता है. इस सीट पर इनकी दावेदारी सख्त है.