बैठक में शामिल चिकित्सकों ने पदोन्नति का मामला उठाया. एक चिकित्सक ने कहा कि हमारे पढ़ाये स्टूडेंट बाहर जा कर हमसे सीनियर हो जाते हैं. हम 16 साल से एक ही पद पर हैं. डॉक्टरों ने कहा कि उनमें से कई को अब तक डीएसपी का लाभ नहीं मिला है. रिम्स निदेशक ने कहा कि मैं खुद पदोन्नति के मुद्दा को सरकार के पास ले गया हूं. सरकार के पास प्रस्ताव भेजा गया है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा : मैं हर माह रिम्स के चिकित्सकों के साथ बैठक करूंगा, उनकी समस्या सुनूंगा.
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निजी प्रैक्टिस की अनुमति दें या प्रैक्टिस करनेवाले सभी को पकड़ें
रिम्स के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ हेमंत नारायण राय ने कहा कि निजी प्रैक्टिस करने की या तो अनुमति दी जाये, या फिर निजी प्रैक्टिस करने वालों को पकड़ा जाये. क्योंकि हर कोई प्रैक्टिस करता है. यह छुपी हुई बात नहीं है. स्थिति स्पष्ट नहीं होने से चिकित्सकों को ब्लैकमेल किया जाता है. वे स्वास्थ्य […]
रिम्स के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ हेमंत नारायण राय ने कहा कि निजी प्रैक्टिस करने की या तो अनुमति दी जाये, या फिर निजी प्रैक्टिस करने वालों को पकड़ा जाये. क्योंकि हर कोई प्रैक्टिस करता है. यह छुपी हुई बात नहीं है. स्थिति स्पष्ट नहीं होने से चिकित्सकों को ब्लैकमेल किया जाता है. वे स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी की अध्यक्षता में सोमवार को रिम्स ऑडिटोरियम में आयोजित बैठक में अपने विचार रख रहे थे.
रांची : जैसे ही डॉ हेमंत नारायण राय ने रिम्स चिकित्सकों के निजी प्रैक्टिस करने की बात रखी, ऑडिटाेरियम में बैठक चिकित्सकों ने विरोध करने लगे. उनका कहना था कि कोई निजी प्रैक्टिस नहीं करता है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार जब एनपीए देती है, तो आप प्रैक्टिस कैसे कर सकते है? हम वैसे चिकित्सकों को पकड़ेंगे.
बैठक में शामिल चिकित्सकों ने पदोन्नति का मामला उठाया. एक चिकित्सक ने कहा कि हमारे पढ़ाये स्टूडेंट बाहर जा कर हमसे सीनियर हो जाते हैं. हम 16 साल से एक ही पद पर हैं. डॉक्टरों ने कहा कि उनमें से कई को अब तक डीएसपी का लाभ नहीं मिला है. रिम्स निदेशक ने कहा कि मैं खुद पदोन्नति के मुद्दा को सरकार के पास ले गया हूं. सरकार के पास प्रस्ताव भेजा गया है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा : मैं हर माह रिम्स के चिकित्सकों के साथ बैठक करूंगा, उनकी समस्या सुनूंगा.
बेहतर रिजल्ट के लिए नहीं मंगाते जेनरिक दवा
मंत्री ने कहा कि चिकित्सक महंगी दवाएं नहीं मंगायें, हर हाल में जेनरिक दवा ही लिखें. चिकित्सकों ने इस पर अपनी दलील दी कि बेहतर इलाज के लिए मरीज रिम्स पहुंचते हैं, जिन्हें तत्काल राहत जेनरिक दवा से नहीं दिलायी जा सकती है. निदेशक डॉ बीएल शेरवाल ने कहा कि जिस गरीब के घर में चूल्हा जलाने के लिए पैसा नहीं वह महंगी दवाएं कैसे खरीद सकता है? आपसे अनुरोध है कि रिम्स में उपलब्ध जेनरिक दवाएं ही लिखें.
दूसरी पाली में बैठना सुनिश्चित करें डॉक्टर
मंत्री ने कहा कि यूनिट इंचार्ज और सीनियर डॉक्टर दूसरी पाली में बैठना शुरू करें. टीचर्स एसोसिएशन के डॉ प्रभात कुमार ने कहा कि ओपीडी के समय को नौ से चार बजे तक कर दिया जाये, बीच में सिर्फ आधा घंटा का लंच दिया जाये. इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दूसरी पाली तीन से पांच तक ही रहेगी, जिसमें चिकित्सकों को बैठना होगा. उन्होंने कहा कि जब रिम्स में जांच होती है, मेडॉल है, तो चिकित्सक बाहर क्याें जांच कराते हैं? रिम्स निदेशक ने कहा कि चिकित्सकों को कैपिटोल लेटर में दवा लिखने का कई बार आग्रह किया गया है, लेकिन पालन नहीं होता है. आप इसका सुनिश्चित करें.
मशीन खरीद में गड़बड़ी के आरोप पर बोले निदेशक अगर गड़बड़ी मिली, तो दे दूंगा इस्तीफा
बैठक के दौरान रिम्स के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ हेमंत नारायण राय ने आरोप लगाया कि बिना उनसे राय लिये ही कार्डियोलाॅजी की सामान की खरीद हो जाती है, जो खराब होते हैं. वह प्रबंधन से कई बार शिकायत कर चुके हैं. इस पर स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने कहा : अब आपसे राय ली जायेगी. वहीं इस आरोप पर रिम्स निदेशक डॉ बीएल शेरवाल बिफर पड़े. उन्होंने चुनौती दे डाली कि अगर मशीन या उपकरण खरीदने में गड़बड़ी हुई, तो वह इस्तीफा दे कर यहां से चले जायेंगे. वह अपने मूल्य व सिद्धांत पर काम करते हैं.
अनुमति के बिना बाहरी डॉक्टर नहीं
मंत्री ने कहा कि बाहर के डॉक्टर निदेशक की अनुमति के बिना रिम्स में नहीं आ सकते हैं. बाहर के डॉक्टर रिम्स में आकर कुछ गलती कर देंगे, तो हमारी बदनामी होगी. इस पर निदेशक ने कहा कि हर हाल में इस िनर्देश का पालन होगा.
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