रांची: ईसाई मोरचा व भाजपा की आमसभा गुरुवार को नयाटोली स्थित जोहार फूड स्टोर परिसर में हुई़ इसमें मोरचा के मुख्य संयोजक बेलखस कुजूर ने कहा कि आजादी के 66 वर्षो के राजनीतिक इतिहास के अनुसार यह कहा जा सकता है कि इस दौरान राजनीतिक लाभ उठाने के लिए कांग्रेस ने चर्च के अधिकारियों व धर्मगुरुओं से मुलाकात कर यह बताने का प्रयास किया है कि कांग्रेस ईसाइयों की एकमात्र शुभचिंतक पार्टी है़.
ऐसे नाटकों के माध्यम से अब तक ईसाइयों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया गया है, पर अब ईसाइयों का भ्रम टूट चुका है़ कुछ वर्षो में पूरा देश कांग्रेस के शासनकाल की जनविरोधी नीतियों, कुशासन और भ्रष्टाचार से त्रस्त है़ जब सारा देश कांग्रेस से छुटकारा पाना चाहता है, तो ईसाई समुदाय ने भी कांग्रेस से छुटकारा पाने का मन बना लिया है़
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रविंद्र राय, उपाध्यक्ष दीपक प्रकाश, केंद्रीय संगठन मंत्री लुइस मरांडी, सांसद सुदर्शन भगत, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने कहा कि भाजपा जाति-धर्म के नाम पर मतभेद नहीं करती़ सबको बराबर मान कर चलती है़ इसका सटीक उदाहरण गोवा है, जहां पांच ईसाई विधायक भाजपा के टिकट पर चुन कर आये हैं. आमसभा में मोरचा के सतीश एक्का, कुंदन टोप्पो, फलेवियस खलखो, संजय तिर्की, एरनेष्ट रुंडा, शेफाली खलखो, निरोज लकड़ा, एरिक सिंह मुंडा सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे.