रांची : झारखंड के विभिन्न डायसिस के बिशपों, रेक्टर्स व मेजर सुपीरियर्स को पी-पेसा, स्थानीयता नीति, सीएनटी व एसपीटी एक्ट, पांचवी अनुसूची व आदिवासी विषयों से जुड़े अन्य कानून और प्रावधानों की जानकारी दी गयी़ आदिवासी बुद्धिजीवी मंच के राष्ट्रीय संयोजक विक्टर माल्टो ने पेसा व पी-पेसा में अंतर के बारे में बताया़
उन्होंने कहा कि अनुसूचित क्षेत्रों में सामान्य पंचायत का विस्तार नहीं किया गया है, बल्कि कुछ प्रावधानों (प्रोविंजस) का ही विस्तार हुआ है़ पर इसकी गलत व्याख्या कर अनुसूचित क्षेत्रों में भी नगर निगम का गठन कर दिया गया और सामान्य पंचायत चुनाव कराये जा रहे है़ं बिशु मुंडा ने झारखंड सरकार की स्थानीयता नीति की व्याख्या की. एसडसी मेें हुई इस बैठक में बिशप तेलेस्फोर बिलुंग समेत कई लोग उपस्थित थे़