पीड़ित युवती ने वसील खलखो के खिलाफ दो जुलाई को लालपुर थाने में केस दर्ज कराया था. केस दर्ज कराने के बाद युवती ने पुलिस के साथ मिल कर उसे पकड़ने की योजना तैयार की. तैयार योजना के अनुसार युवती ने किसी काम से वसील खलखो को फोन कर अंबिकापुर से लालपुर बुलावाया. उसने इस बात की जानकारी पुलिस को दी. इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
वसील ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह पूर्व में रांची कॉलेज से पढ़ाई करता था. पढ़ाई के दौरान ही उसकी मुलाकात युवती से हुई थी. तब युवती भी रांची में रह कर पढ़ाई करती थी. दोनों एक-दूसरे से प्रेम करने लगे. दोनों साथ-साथ काम भी करते थे और लिव इन में रहते थे. बाद में आपसी विवाद होने पर युवक ने युवती को छोड़ दिया और दूसरी युवती के साथ अंबिकापुर में रहने लगा. पुलिस के अनुसार युवती पेशे से एएनएम है और वर्तमान में हजारीबाग में रहती है. वसील खलखो का कहना है कि युवती को एक अन्य लड़का भी पसंद करता था. वह युवक मेरे बचपन का दोस्त था. उसने भी मुझसे कहा था कि तुम युवती को छोड़ दो. मैं उससे शादी कर लूंगा. इस वजह मैंने युवती को छोड़ दिया था. इसमें मेरा कोई दोष नहीं है. युवती अपनी इच्छा से मेरे साथ रहती थी.