विधायक शिवशंकर उरांव ने कहा कि पुस्तकें किसी भी कालखंड का दस्तावेज होती हैं. यह आनेवाली पीढ़ी को उस समय की वास्तविक हकीकत से अवगत कराती हैं. कार्यक्रम में बिहार-झारखंड के ऑपरेशन हेड राजेश शर्मा ने अतिथियों को विमोचन किये गये पुस्तकों का संग्रह भेंट किया. धन्यवाद ज्ञापन करते हुए पत्रकार अनुज सिन्हा ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि झारखंड से जुड़ी सामग्रियों काे एकत्र कर संग्रह बनाया जाये, जिसका लाभ शोधार्थी उठा सकें. कार्यक्रम में लेखक न्यायमूर्ति विक्रमादित्य प्रसाद, मोहन लाल, गोपी कृष्ण कुवंर, संजय कृष्ण, शिशिर टुडू, ज्ञानू जालान, राकेश शर्मा समेत कई लोग उपस्थित थे.
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संस्कृति व सभ्यता को देश-दुनिया में पहुंचाती हैं पुस्तकें : सीएम
रांची: किसी भी देश की संस्कृति और सभ्यता को देश-दुनिया तक पहुंचाने में पुस्तकों की अहम भूमिका होती है. झारखंड में पंचायत स्तर तक पुस्तकालय का निर्माण हो, इसके लिए सरकार प्रयासरत है. पुस्तकालयों में झारखंड के शहीदों की जीवनी, यहां की संस्कृति, परंपरा आदि की जानकारी देनेवाली किताबें रहेंगी. उक्त बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास […]
रांची: किसी भी देश की संस्कृति और सभ्यता को देश-दुनिया तक पहुंचाने में पुस्तकों की अहम भूमिका होती है. झारखंड में पंचायत स्तर तक पुस्तकालय का निर्माण हो, इसके लिए सरकार प्रयासरत है. पुस्तकालयों में झारखंड के शहीदों की जीवनी, यहां की संस्कृति, परंपरा आदि की जानकारी देनेवाली किताबें रहेंगी. उक्त बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कही. वे मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन स्थित सभागार में प्रभात प्रकाशन द्वारा झारखंड से संबंधित 54 पुस्तकों के लोकार्पण के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को हर वर्ष एक पुस्तकें अवश्य खरीदनी चाहिए.
पुस्तकें ज्ञान का द्वार खोलती हैं. हमारे सोचने- समझने और बौद्धिक क्षमता को विकसित करने में मददगार होती हैं. उन्होंने कहा कि इलेक्टॉनिक माध्यमों के साथ-साथ समाचार पत्रों की भूमिका बढ़ रही है. इसी प्रकार से पुस्तकों की भी जरूरत बढ़ रही है. पुस्तकों का प्रकाशन हिंदी के अतिरिक्त अंगरेजी व झारखंड की क्षेत्रीय भाषाओं में भी होनी चाहिए, जिससे यहां के लोगों को ज्यादा फायदा मिलेगा. मुख्यमंत्री ने सामाजिक संस्थानों से पुस्तकालय खोलने की अपील की. साथ ही इस कार्य में सरकार की ओर से मदद देने की बात कही. उन्होंने कहा कि किताबों को बढ़ावा देने के लिए प्रकाशक कीमतों में कमी करें, ताकि ज्यादा-से-ज्यादा लोग इससे लाभान्वित हों.
साहित्य समाज का दर्पण : लुइस मरांडी
कल्याण मंत्री लुइस मरांडी ने कहा साहित्य समाज का दर्पण होता है. साहित्य स्वच्छ समाज का परिचायक है. हमें यह प्रयास करना चाहिए कि कैसे लोगों का झुकाव इसके प्रति बढ़े. साहित्य आनेवाली पीढ़ी को अतीत की जानकारी देता है.
प्रत्येक ब्लॉक में खुलेगा पुस्तकालय : नीरा यादव
मानव संसाधन मंत्री नीरा यादव ने कहा कि पुस्तक अच्छी मित्र होती है. यह हमें संस्कृति और सभ्यता के साथ जोड़ती है. साथ ही राष्ट्रीयता की भावना भी जागृत करती है. सरकार प्रत्येक ब्लॉक में पुस्तकालय खोलने का प्रयास कर रही है.
अच्छी पुस्तकों का संग्रह उपलब्ध करायेंगे : डॉ पीयूष
प्रभात प्रकाशन के चेयरमैन डॉ पीयूष प्रकाश ने कहा कि चार वर्ष पहले पत्रकार हरिवंश की दो पुस्तकों का प्रकाशन किया गया था. इसके बाद पत्रकार अनुज सिन्हा की पुस्तकें आयी. पाठकों में पुस्तकों की लोकप्रियता को देखते हुए इस कड़ी को आगे बढ़ाया गया. पहले चरण में झारखंड से जुड़ी 16 और दूसरे चरण में 54 पुस्तकों का प्रकाशन किया गया है. आनेवाले समय में अच्छी पुस्तकों का संग्रह उपलब्ध कराया जायेगा.
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