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राज्य में बेकार पड़े हैं 500 करोड़ के सरकारी भवन
रांची: राज्य में करीब 500 करोड़ के सरकारी भवन बेकार पड़े हैं. सरकार इनका उपयोग नहीं कर रही है. ये भवन स्कूलों, पंचायतों और अस्पताल आदि के लिए बनाये गये थे. पर सालों बाद भी इनमें कोई सेवा शुरू नहीं हो पायी. विकास आयुक्त अमित खरे ने ऐसे भवनों का इस्तेमाल स्किल डेवलपमेंट सेंटर और […]
रांची: राज्य में करीब 500 करोड़ के सरकारी भवन बेकार पड़े हैं. सरकार इनका उपयोग नहीं कर रही है. ये भवन स्कूलों, पंचायतों और अस्पताल आदि के लिए बनाये गये थे. पर सालों बाद भी इनमें कोई सेवा शुरू नहीं हो पायी. विकास आयुक्त अमित खरे ने ऐसे भवनों का इस्तेमाल स्किल डेवलपमेंट सेंटर और सामुदायिक भवन के रूप में करने का निर्देश दिया है.
चार जिलों में 321 भवन बेकार पड़े हैं : विकास आयुक्त ने सभी जिलों से ऐसे भवनों की सूची मांगी थी, जो बन कर तैयार हैं, पर उनका इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है. उन्होंने जिलों को 30 मई तक रिपोर्ट सौंपने को कहा था. पर निर्धारित समय तक सिर्फ चार जिलों जामताड़ा, लातेहार,खूंटी और कोडरमा ने ही इससे संबंधित ब्योरा उपलब्ध कराया है. इन चार जिलों में 321 भवन बन कर बेकार पड़े हैं. सरकार ने सिर्फ चार जिलों की रिपोर्ट के आधार पर ही अनुमान लगाया है कि राज्य में 500 करोड़ से अधिक भवन बेकार पड़े हैं.
जामताड़ा में 240 भवनों का इस्तेमाल नहीं : जामताड़ा जिले की रिपोर्ट में कहा गया है कि जिले में 240 निर्मित भवनों का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है.
इनमें कई एकीकृत बिहार के समय
के हैं. संयुक्त बिहार में लालू प्रसाद की सरकार में 1995 में उदलबनी पंचायत के अमला चातर गांव में चरवाहा विद्यालय के लिए भवन बना था. पर इसका इस्तेमाल आज तक नहीं हो पाया. इसी साल आसनचुआ गांव में स्वास्थ्य केंद्र बना था. पर इसका उपयोग भी अब तक नहीं हो पाया है. राज्य गठन के बाद 2002 में उदलबनी पंचायत के उदलहबनी गांव मे औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र के लिए बने भवन का भी उपयोग नहीं हो रहा है.
बगैर इस्तेमाल के सरकारी भवनों के कुछ उदाहरण
भवन बना जिले/स्थान भवन व बनाने का कारण
2002 जामताड़ा/झगड़ागोड़ा सामुदायिक भवन
1995 जामताड़ा/अमला चातर वन विभाग के आवास
1995 जामताड़ा/उदलबनी चरवाहा विद्यालय
1994 जामताड़ा/अमला चातर साक्षरता भवन
 बाकी सूची 19 पर
बगैर इस्तेमाल के सरकारी भवनों के कुछ उदाहरण
भवन बना जिले/स्थान भवन व बनाने का कारण
1998 जामताड़ा/भगना टोला गृह रक्षा वाहिनी प्रशिक्षण केंद्र
2002 जामताड़ा/उदलबनी औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र
1995 जामताड़ा/आसनचुआ स्वास्थ्य केंद्र
2012 जामताड़ा/आसनचुआ सामुदायिक भवन
1990 जामताड़ा/मंडल टोला पंचायत भवन,बुधुडीह
1990 जामताड़ा/सोनाबाद प्राथमिक विद्यालय
1990 जामताड़ा/सोनाबाद सामुदायिक भवन
1990 जामताड़ा/बड़जोड़ा साक्षरता भवन
2015 कोडरमा/ककर टोली मिट्टा जांच प्रयोगशाला
पुराना कोडरमा सहायक वन संरक्षक आवाल (चार करमे का)
2015 कोडरमा/मरचोई पशु चिकित्सालय
2011 कोडरमा/सदर अस्पताल एएनएम ट्रेनिंग स्कूल
2003 कोडरमा/चंदवारा 50 बेड का हॉस्टल
खूंटी ने 33, लातेहार ने 23 भवनों की सूची सौंपी
कोडरमा ने ऐसे 25 भवनों की सूची सौंपी है. रिपोर्ट के अनुसार, ककर टोली पंचायत में 2015 में कृषि विभाग ने मिट्टी जांच के लिए प्रयोगशाला का भवन बनवाया था. पर इस भवन का अब तक इस्तेमाल नहीं हो पाया है. 2003 में जिले के चंदवारा प्रखंड स्थित रामेश्वर मोदी महादेव मोदी प्लस-टू उच्च विद्यालय परिसर में कल्याण विभाग ने अनुसूचित जाति के लिए 50 बेड वाला छात्रावास बनवाया था. इसका भी इस्तेमाल नहीं किया गया है. लातेहार जिले की रिपोर्ट में 23 और खूंटी की रिपोर्ट में 33 ऐसे भवनों का उल्लेख किया गया है़
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