रांची : शुक्रवार को नामकुम के सभागार में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन समिति, झारखंड तथा यूएस एड स्कैलिंग के संयुक्त के तत्वावधान में केयर अराउंड बर्थ स्ट्रेटजी इन झारखंड विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें लेबर रूम में सभी आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता तथा वहां कार्य करनेवाले पारामेडिकल कर्मियों के स्किल एवं प्रशिक्षण पर चर्चा की गयी.
कार्यशाला का उदघाटन करते हुए निदेशक प्रमुख डॉ प्रवीण चंद्र ने कहा कि मातृ एवं नवजात मृत्यु दर को कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ पूरे समुदाय को मिल कर प्रयास करना होगा. इससे संबंधित आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करने के लिए त्वरित गति से कार्य हो रहा है.
अाइपीएच निदेशक डॉ सुमंत मिश्रा ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में सिजेरियन प्रसव का प्रतिशत बहुत ही कम है. इसके कारणों का पता लगाकर उसे दूर करना होगा. कार्यशाला में डॉ गुंजन तनेजा, डॉ डीपी तनेजा, डॉ जय स्वरूप मोहंती समेत अन्य ने प्रशिक्षण की बातें बतायी.