रांची: भारत के जनगणना महानिदेशालय के उप महानिदेशक अजय खन्ना ने कहा कि जन्म प्रमाण पत्र हर बच्चे का जन्म सिद्ध अधिकार है. आनेवाले दिनों में कई योजनाओं का लाभ जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर मिलेगा. उक्त बातें उन्होंने नागरिक निबंधन प्रणाली पर आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे व अंतिम दिन अशोका होटल में कही.
उन्होंने उपस्थित लोगों को विशेष परिस्थिति में गोद लेने के लिए रजिस्ट्रेशन, गुम हुए बच्चे, भारत के नागरिक जिनका जन्म विदेश में हुआ है व विदेश में मृत्यु होने पर रजिस्ट्रेशन कैसे हो, पर प्रकाश डाला. सांख्यिकी निदेशालय के उप निदेशक प्रमोद कुमार सिन्हा ने जन्म-मृत्यु के विभिन्न प्रारूप पर चर्चा की.
उन्होंने 13 तरह के फार्म के बारे में जानकारी दी. जनगणना निदेशालय, झारखंड के उप निदेशक पी अमिष्ठ ने जन्म-मृत्यु निबंधन के रजिस्ट्रार के कर्तव्य एवं उत्तर दायित्व पर प्रकाश डाला. यूनिसेफ के कुमार प्रेमचंद्र ने आरबीडी एक्ट के प्रमुख प्रावधानों पर चर्चा की. एसके गुप्ता ने एमआइएस सिस्टम पर प्रकाश डाला एवं जन्म-मृत्यु के रिकार्ड की रखरखाव की जिम्मेवारी पर प्रकाश डाला. शशिभूषण चौधरी ने वर्ष 2014-16 के जन्म-मृत्यु के लक्ष्य को पूरा करने और आकलन के तरीके के बारे में जानकारी दी. प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने कई तरह के सवाल भी पूछे.