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उग्रवादियों के साथ मिल कर बनायी थी अपहरण की झूठी कहानी
मधुकॉन प्रोजेक्ट के दो सुपरवाइजर गिरफ्तार, ग्रामीण एसपी राज कुमार ने दी जानकारी कंपनी से फिरौती की रकम पाने के लिए तैयार की थी योजना रांची : पीएलएफआइ के उग्रवादियों के साथ मिल कर अपहरण की झूठी बनाने के आरोप में पुलिस ने मधुकॉन प्रोजेक्ट लिमिटेड के सुपरवाइजर गणेश महतो और शशि भूषण को गिरफ्तार […]
मधुकॉन प्रोजेक्ट के दो सुपरवाइजर गिरफ्तार, ग्रामीण एसपी राज कुमार ने दी जानकारी
कंपनी से फिरौती की रकम पाने के लिए तैयार की थी योजना
रांची : पीएलएफआइ के उग्रवादियों के साथ मिल कर अपहरण की झूठी बनाने के आरोप में पुलिस ने मधुकॉन प्रोजेक्ट लिमिटेड के सुपरवाइजर गणेश महतो और शशि भूषण को गिरफ्तार किया है.
दोनों की योजना अपहरण की झूठी कहानी बना कर पीएलएफआइ के उग्रवादियों के सहयोग से फिरौती के रूप में रुपये वसूलने की थी. पुलिस ने दोनों के पास से एक-एक मोबाइल भी बरामद किया है. यह जानकारी शनिवार को अपने कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में ग्रामीण एसपी राज कुमार लकड़ा ने दी. ग्रामीण एसपी ने बताया कि 20 अप्रैल की शाम करीब पांच बजे पुलिस को मधुकॉन प्रोजेक्ट लिमिटेड के डिप्टी मैनेजर से इस बात की सूचना मिली कि उनके दो सुपरवाइजर का अपहरण कर लिया गया है. अपहरण पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने फिरौती के रूप में रुपये वसूलने के लिए किया है. अपहरण के बाद दोनों को दशम फॉल जानेवाले जंगल के रास्ते में ले जाया गया है. इस सूचना पर बुंडू एसडीपीओ पवन कुमार सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया.
इसी बीच रात में यह सूचना मिली कि दोनों सुपरवाइजर को धमकी देकर पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने छोड़ दिया है. पुलिस ने दोनों सुपरवाइजर से घटना के संबंध में पूछताछ की और तकनीकी सहयोग से मोबाइल नंबर की जांच की.
तब पुलिस को पता चला कि दोनों ने पीएलएफआइ के एक सदस्य के साथ मिल कर एक साजिश के तहत अपहरण कर लिये जाने का षड्यंत्र तैयार किया था. मकसद था मधुकॉन कंपनी से उग्रवादियों के माध्यम से लेवी में रुपये प्राप्त करने के लिए दबाव बनाया जा सके. इसी साजिश के तहत दोनों स्वेच्छा से रांची चले गये. इसके बाद पीएलएफआइ के एक सदस्य के साथ मिल कर अपने अपहरण की झूठी कहानी बनाकर मधुकॉन के मैनेजर को फोन किया. ग्रामीण एसपी के अनुसार अपहरण की झूठी कहानी तैयार करने में शामिल पीएलएफआइ के सदस्य की तलाश में छापेमारी की गयी, लेकिन वह फरार मिला. उसकी तलाश में पुलिस की छापेमारी जारी है.
ग्रामीण एसपी के अनुसार गणेश पिछले तीन साल से कंपनी में सुपरवाइजर का काम करता था. वह बुंडू थाना क्षेत्र आनेडीह का रहनेवाला है, जबकि शशि भूषण ने पिछले माह कंपनी में योगदान दिया था. वहबुंडू थाना क्षेत्र के गुटूहातू कारहनेवाला है.
दोनों के संबंध पीएलएफआइ के उग्रवादी मंगल पांडेय और और दूसरे उग्रवादियों से भी रहे हैं. छापेमारी टीम में बुंडू एसडीपीओ पवन कुमार के अलावा प्रशिक्षु आइपीएस प्रभात कुमार, बंडू इंस्पेक्टर इंद्रदेव चौधरी, सअनि सुरेंद्र प्रताप सिंह के अलावा अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे थे.
उग्रवादियों और कंपनी के संबंधों की होगी जांच
ग्रामीण एसपी के अनुसार गिरफ्तार दोनों सुपरवाइजर का कहना है कि मधुकॉन के मैनेजर की बातचीत लगातार पीएलएफआइ के उग्रवादियों से होती है. उग्रवादियों के साथ उनकी मुलाकात भी हो चुकी है.
मधुकॉन के मैनेजर का नाम राम कृष्णा है. इसलिए मधुकॉन और पीएलएफआइ के बीच सांठ-गांठ की जांच की जायेगी. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. ग्रामीण एसपी के अनुसार मधुकॉन प्रोजेक्ट को एनएच- 33 के निर्माण कार्य की जिम्मेवारी मिली थी. पूर्व में लेवी के रुपये के लिए पीएलएफआइ के उग्रवादी कंपनी पर हमला कर चुके हैं. इस वजह से कंपनी की सुरक्षा के लिए एक कंपनी सीआइएसएफ के जवानों को लगाया गया था.
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