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मुफ्त है दवा, फिर भी खरीद कर लाने को कहते हैं कर्मचारी
रिम्स में एमआरआइ व सीटी जांच में उपयोग में आनेवाली दवा देनी है मुफ्त रांची. रिम्स प्रबंधन एक ओर मरीजों की सहूलियत के प्रयास में जुटा है, वहीं रिम्स के कर्मचारी ही प्रबंधन को सहयोग नहीं कर रहे है़ एमआरआइ व सीटी जांच में उपयोग में आनेवाली डाई (जांच की दवा) को रिम्स प्रबंधन ने […]
रिम्स में एमआरआइ व सीटी जांच में उपयोग में आनेवाली दवा देनी है मुफ्त
रांची. रिम्स प्रबंधन एक ओर मरीजों की सहूलियत के प्रयास में जुटा है, वहीं रिम्स के कर्मचारी ही प्रबंधन को सहयोग नहीं कर रहे है़
एमआरआइ व सीटी जांच में उपयोग में आनेवाली डाई (जांच की दवा) को रिम्स प्रबंधन ने नि:शुल्क कर दिया है, लेकिन कर्मचारी मरीज के परिजनों से जबरन दवा मंगा रहे है़ं महंगी दवा होने के कारण गरीब व मध्यम श्रेणी के लोगों को इससे परेशानी हो रही है़
1650 रुपये में खरीदी दवा : हजारीबाग निवासी फूलवंती देवी गुरुवार को रिम्स में एमआरआइ जांच कराने गयी थी़ जांच कराने के लिए उनके परिजनों को बाहर से दवा खरीद कर लाने को कहा गया़ परिजनों ने बहुत मुश्किल से पैसा जुगाड़ कर दवा की खरीदारी की. इस दवा की खरीदारी में उन्हें 1650 रुपये खर्च करने पड़े.
रिम्स ने चस्पां करा रखी है जानकारी : रिम्स प्रबंधन ने एमआरआइ व सीटी जांच में उपयोग में आनेवाली डाई दवा को नि:शुल्क करने की सूचना पंजीयन काउंटर, जांच घर सहित रिम्स परिसर में चस्पां करा दी है़ इसके बावजूद कर्मचारी दवा मुफ्त में नहीं दे रहे है़ जानकारी के अनुसार रिम्स के स्टोर में करीब 500 फाइल दवा मौजूद है़
कर्मचारी मरीज या उनके परिजनों से बाहर से दवा की खरीदारी कर लाने को कह रहे हैं, तो यह गलत है़ इस मामले की जांच करायी जायेगी. अगर मामला सही पाया गया, तो कर्मचारी के वेतन से पैसा काटा जायेगा़
डॉ बीएल शेरवाल, निदेशक, रिम्स
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