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रिम्स में आयेगी हर्ट-लंग मशीन
जर्मनी या अमेरिका से मंगायी जायेगी राजीव पांडेय रांची : रिम्स में हर्ट सर्जरी शुरू करने के लिए जर्मनी या अमेरिका से हर्ट-लंग मशीन मंगायी जायेगी. रिम्स के निदेशक बीएल शेरवाल ने कहा कि इस मशीन के बिना हर्ट का ऑपरेशन संभव नहीं है़, इसलिए प्रबंधन ने इस मशीन को मंगाने की प्रक्रिया शुरू कर […]
जर्मनी या अमेरिका से मंगायी जायेगी
राजीव पांडेय
रांची : रिम्स में हर्ट सर्जरी शुरू करने के लिए जर्मनी या अमेरिका से हर्ट-लंग मशीन मंगायी जायेगी. रिम्स के निदेशक बीएल शेरवाल ने कहा कि इस मशीन के बिना हर्ट का ऑपरेशन संभव नहीं है़, इसलिए प्रबंधन ने इस मशीन को मंगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है़ मशीन मंगाने के लिए ग्लोबल टेंडर निकाला गया है़ जानकारों की मानें, तो मशीन के आने में करीब छह माह का समय लग सकता है़
रिम्स में जो हर्ट-लंग मशीन मंगायी जायेगी, उसकी कीमत करीब 80 लाख रुपये से एक करोड़ रुपये के बीच है़ यह मशीन जर्मनी या अमेरिका की कंपनियां ही बनाती हैं. सूत्रों की मानें, तो मशीन मंगाने में कम से कम छह माह का समय लग सकता है़ दिसंबर तक रिम्स में सीटीवीएस सर्जरी शुरू करनी है, तो अभी से मशीन मंगाने की प्रक्रिया शुरू करनी पड़ेगी़
क्या है हर्ट-लंग मशीन
पटना एम्स के सीटीवीएस सर्जन डॉ संजीव कुमार ने बताया कि हर्ट-लंग मशीन एक आर्टिफिशियल हर्ट व लंग की तरह होता है़ ऑपरेशन के समय मरीज के शरीर काे इससे जोड़ दिया जाता है़ इसके बाद मरीज के शरीर का सारा रक्त एक पाइप के जरिये मशीन में ले लिया जाता है़
फिर मशीन रक्त को साफ कर दूसरे पाइप से शरीर में वापस लौटा देता है़ इससे ऑपरेशन के समय मरीज का शरीर व सभी महत्वपूर्ण अंग ठीक से काम करते रहते है़ं ऑपरेशन समाप्त होने के बाद मशीन से शरीर का सपोर्ट हटा दिया जाता है़ फिर शरीर का अपना हर्ट काम करने लगता है़
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