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जेपी उद्यान की जमीन पर फिर होने लगा कब्जा

जेपी उद्यान की जमीन पर फिर होने लगा कब्जाफोटो : सुनील गुप्तापूर्व में भी हुआ था कब्जा का प्रयास, सरकारी हस्तक्षेप के बाद बच गयी थी जमीनएक किनारे से इस जमीन से रास्ता भी निकाला जा रहा है, 10 एकड़ में फैला है उद्यान रांची. इटकी रोड पर डीएवी हेहल स्कूल (कटहल मोड़) के पहले […]

जेपी उद्यान की जमीन पर फिर होने लगा कब्जाफोटो : सुनील गुप्तापूर्व में भी हुआ था कब्जा का प्रयास, सरकारी हस्तक्षेप के बाद बच गयी थी जमीनएक किनारे से इस जमीन से रास्ता भी निकाला जा रहा है, 10 एकड़ में फैला है उद्यान रांची. इटकी रोड पर डीएवी हेहल स्कूल (कटहल मोड़) के पहले स्थित जेपी उद्यान की जमीन पर फिर कब्जा होने लगा है. एक किनारे से इस जमीन से रास्ता भी निकाला जा रहा है, ताकि इसके पीछे की जमीन की खरीद-बिक्री का धंधा हो सके. एनएच 23 पर सड़क से ही जेपी उद्यान की बड़ी जमीन है. आस-पास के लोगों के मुताबिक उद्यान की जमीन 10 एकड़ से भी ज्यादा है. राज्य गठन के तुरंत बाद भी इस जमीन पर कब्जा का प्रयास किया गया था. रात में जेसीबी मशीन लगा कर जमीन को समतल किया जा रहा था, लेकिन बाद में सरकारी हस्तक्षेप के बाद मामला ठंडा पड़ गया. उसके बाद से यह जमीन यहां ऐसे ही पड़ी है. क्या था पहले यहां वन विभाग ने यहां जेपी उद्यान के लिए जमीन दी थी. इसमें जयप्रकाश नारायण की आदमकद प्रतिमा लगायी गयी थी. फाउंटेन भी लगाया गया था. वहीं यहां आनेवाले लोगों के लिए जगह-जगह बैठने की व्यवस्था भी की गयी थी. कई पौधे लगाये गये थे. एक कतार से कई कमरे भी बनाये गये थे. इन कमरों का इस्तेमाल गार्ड आदि किया करते थे. इसे आकर्षक व सुंदर उद्यान का रूप दिया गया था. आस-पास के अलावा दूर-दराज से भी लोग यहां टहलने आया करते थे. उद्यान की मिट्टी खोद बना दिया तालाबउद्यान की जमीन के पिछले हिस्से को दलालों ने खोद कर तालाब बना दिया है. जहां-तहां जेसीबी से बेतरतीब गड्ढे खोद दिये गये हैं. यहां से मिट्टी खोद कर दलालों ने बेच दिया. आस-पास के लोगों ने बताया कि पूरे इलाके में जमीन का लेबल ऊंचा करने के लिए इसी मिट्टी का इस्तेमाल किया गया है. कोई देखनेवाला नहींवर्षों से यहां जमीन ऐसे ही पड़ी हुई है, पर इसे देखनेवाला कोई नहीं है. सरकारी महकमा की नजर भी इस पर नहीं है. यही वजह है कि अब धीरे-धीरे इस पर कब्जा शुरू हो गया है. अंचल कार्यालय के कर्मियों को इस जमीन के बारे में पूरी जानकारी है, पर उनके स्तर से भी कुछ नहीं हो रहा है.

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